आप नहीं जानते, हींग के 30 बेहतरीन फायदे – benefit for asafoetida
आप नहीं जानते, हींग के 30 बेहतरीन फायदे –
1. आचार की सुरक्षा:
आचार की सुरक्षा के लिए बर्तन में पहले हींग का धुंआ दें। उसके बाद उसमें अचार भरें। इस प्रयोग से आचार खराब नहीं होता है।
2. पसली का दर्द:
हींग को गर्म पानी में मिलाकर पसलियों पर मालिश करें। इससे दर्द में लाभ मिलता है।
3. पित्ती रोग के लिए :
हींग को घी में मिलाकर मालिश करना पित्ती में लाभकारी होता है।
4. जहर खा लेने पर:
हींग को पानी में घोलकर पिलाने से उल्टी होकर ज़हर का असर खत्म हो जाता है।
5. दांतों की बीमारी:
दांतों में दर्द होने पर दर्द वाले दातों के नीचे हींग दबाकर रखने से जल्द आराम मिलता है।
6. दांतों में कीड़े लगना:
हींग को थोड़ा गर्मकर कीड़े लगे दांतों के नीचे दबाकर रखें। इससे दांत व मसूढ़ों के कीड़े मर जाते हैं।
7. दांत दर्द मैं उपयोगी :
हींग को पानी में उबालकर उस पानी से कुल्ले करने से दांतों का दर्द दूर हो जाता है।
शुद्ध हींग को चम्मच भर पानी में गर्म करके रूई भिगोकर दर्द वाले दांत के नीचे रखें। इससे दांतों का दर्द ठीक होता है।
हींग को गर्म करके दांत या जबड़े के नीचे दबाने से दांतों में लगे हुए कीड़े मर जाते हैं और दर्द में आराम मिलता है।
8. अपच के लिए :
हींग, छोटी हरड़, सेंधानमक, अजवाइन, बराबर मात्रा में पीस लें। एक चम्मच प्रतिदिन 3 बार गर्म पानी के साथ लें। इससे पाचन शक्ति ठीक हो जाती है।
9. भूख न लगना:
भोजन करने से पहले घी में भुनी हुई हींग एवं अदरक का एक टुकड़ा, मक्खन के साथ लें। इससे भूख खुलकर आने लगती है।
10. पागल कुत्ते के काटने पर:
पागल कुत्ते के काटने पर हींग को पानी में पीसकर काटे हुए स्थान पर लगायें। इससे पागल कुत्ते के काटने का विष समाप्त हो जाता है।
11. सांप के काटने पर:
हींग को एरण्ड की कोपलों के साथ पीसकर चने के बराबर गोलियां बना लें सांप के विष पर ये गोलियां हर आधा घंटे के अन्दर सेवन करने से लाभ होता है।
गाय के घी के साथ थोड़ा-सा हींग डालकर खाने से सांप का जहर उतर जाता है।
12. बुखार आज आने पर :
हींग का सेवन करने से सीलन भरी जगह में होने वाला बुखार मिटाता है।
हींग को नौसादार या गूगल के साथ देने से टायफायड बुखार में लाभ होता है।
13. कमर दर्द मैं उपयोगी :
1 ग्राम तक सेंकी हुई हींग थोड़े से गर्म पानी में मिलाकर धीरे-धीरे पीने से कमर का दर्द, स्वरभेद, पुरानी खांसी और जुकाम आदि में लाभ होता है।
14. पेट दर्द के लिए :
हींग की गोली (चने के आकार की) बनाकर घी के साथ निगलने से अजीर्ण और पेट के दर्द में लाभ होता है।
पेट दर्द होने पर हींग को नाभि पर लेप लगाएं।
15. वातशूल:
हीग को 20 ग्राम पानी में उबालें। जब थोड़ा-सा पानी बच जाए तो तब इसको पीने से वातशूल में लाभ होता है।
16. पीलिया रोग में लाभकारी :
हींग को गूलर के सूखे फलों के साथ खाने से पीलिया में लाभ होता है।
पीलिया होने पर हींग को पानी में घिसकर आंखों पर लगायें।
17. पेशाब खुलकर आना:
हींग को सौंफ के रस के साथ सेवन करने से पेशाब खुलकर आता है।
18. चक्कर का आना :
घी में सेंकी हुई हींग को घी के साथ खाने से गर्भावस्था के दौरान आने वाले चक्कर और दर्द खत्म हो जाते हैं।
19. घाव मैं कीड़ों का पड़ना :
हींग और नीम के पत्ते पीसकर उसका लेप करने से व्रण (घाव) में पड़े हुए कीडे़ मर जाते हैं।
20. कान दर्द के लिए :
हींग को तिल के तेल में पकाकर उस तेल की बूंदें कान में डालने से तेज कान का दर्द दूर होता है।
21. हिचकी रोग में उपयोगी :
हींग और उड़द का चूर्ण अंगारे पर डालकर उसका धुंआ मुंह में लेने से हिचकी मिटती है।
थोड़ी-सी हींग 10 ग्राम गुड़ में मिलाकर खाने से हिचकियां आना बंद हो जाती हैं।
हींग और उड़द का ध्रूमपान करने से हिचकी में लाभ होता है।
2 ग्राम हींग, 4 पीस बादाम की गिरी दोनों को एक साथ पीसकर पीने से हिचकी बंद हो जाती है।
थोड़ी-सी हींग पानी में घोलकर पीने से हिचकी में लाभ होता है।
बाजरे के बराबर हींग को गुड़ या केले में रखकर खाने से अधिक हिचकी नहीं आती है।
22. उल्टी के लिए :
हींग को पानी में पीसकर पेट पर लेप करने से उल्टी बंद होती है।
हींग 1 हिस्सा, कालीमिर्च और अफीम 2-2 हिस्से लेकर इन तीनों चीजों को पुदीना के रस में अच्छी तरह पीसकर चने के बराबर गोलियां बना लें। 1-1 गोली 1-1 घंटे के अन्तर से पानी के साथ रोगी को सेवन कराने से उल्टी और दस्त बंद हो जाते हैं।
3 ग्राम हींग और 3 ग्राम अनन्त-मूल के चूर्ण को पानी के साथ मिलाकर खाने से हर तरह की उल्टी आना बंद हो जाती है।
1 ग्राम हींग, 5 ग्राम बहेड़ा का छिलका और 4 लौंग को एक साथ पीसकर 1 कप पानी में मिलाकर पीने से उल्टी आना रुक जाती है।
23. दस्त के आंव का आना :
हींग 5 ग्राम, कपूर 10 ग्राम, कत्था 10 ग्राम और नीम के कोमल पत्ते 3 ग्राम लेकर तुलसी के रस में पीसकर चने जैसी गोली बना लें। यह गोली दिन में 3-4 बार गुलाब के रस के साथ देने से हैजे में और जामुन के पेड़े की छाल के रस में देने से आमातिसार में लाभ होता है।
240 से 960 मिलीग्राम कालीमिर्च के चूर्ण में हींग एवं अफीम एक साथ मिलाकर सुबह-शाम लेने से आमातिसार में लाभ मिलता है।
हींग, कालीमिर्च और कपूर ये तीनों वस्तुएं 10-10 ग्राम तथा अफीम 3 ग्राम लेकर अदरक के रस में 6 घण्टे तक घोटें फिर छोटी-छोटी गोलियां बना लें। यह 1 या 2 गोलियां दिन में लेने से आमातिसार और हैजा मिटता है।
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24. नपुंसकता:
गाय के मक्खन से आधी मात्रा में हींग मिलाकर कांसे की थाली में अच्छी तरह मिलाकर मरहम बना लें। पुरुष की इन्द्रिय पर सुपारी को छोड़कर उस पर मरहम का लेप करने से शिश्न की शिथिलता दूर होती है और नपुंसकता मिटती है।
हींग को शहद के साथ पीसकर शिश्न पर लेप करें इससे वीर्य ज्यादा देर तक रुकता है और संभोग करने में आनन्द मिलता है।
25. मलेरिया का बुखार:
2 ग्राम हींग को 2 ग्राम गुड़ में मिलाकर सुबह और शाम दें। इससे मलेरिया का बुखार नष्ट हो जाता है।
26. काली खांसी:
काली खांसी (कुकुर खांसी) में बच्चों के सीने पर हींग का लेप करने से लाभ मिलता है।
27. मोतियाबिन्द के लिए :
हींग, बच, सोंठ और सौंफ का कुछ भाग लेकर शहद में मिलाकर रोज खाने से मोतियाबिन्द के रोग में जल्दी आराम आता है।
28. निमोनिया मैं उपयोगी :
रोजाना सुबह, दोपहर तथा शाम को लगभग 240 मिलीग्राम हींग को तीन-चार मुनक्कों में भरकर खिलाने से एक सप्ताह के अन्दर ही निमोनिया ठीक हो जाता है।
29. गुदा रोगों के लिए :
हींग को पानी के साथ पीस लें और रूई में लगाकर बच्चे के गुदा के अन्दर लगाएं। इससे गुदा रोग ठीक होता है।
30. अफारा (पेट में गैस का बनना):
हींग को पानी में घोलकर नाभि (पेट के निचले भाग) के आस-पास लेप करने और गर्म पानी की थैली या बोतल रखने से वायु निकल जाती है।
हींग को 2 से 3 ग्राम पानी में घोलकर बस्ति (नाभि के निचले भाग) पर लगाने से अफारा में लाभ होता है।
देशी घी में भुनी हुई हींग 240 मिलीग्राम से लेकर 960 मिलीग्राम में अजवायन और काला नमक के साथ पानी में घोलकर पिलाने से पेट की गैस में तुरन्त लाभ मिलता है।