कैंसर के कारण, लक्षण और बचाव । कैंसर के प्रकार । What is cancer ! Cancer in hindi
कैंसर क्या है?
What is cancer?
कैंसर क्या है? कोशिकाओं के असाधारण रूप से बढ़ने के विकार को कैंसर कहा जाता है। इस रोग में कोशिकाएं अनियंत्रित और अव्यवस्थित रूप से बढ़ने लगते हैं। जो शरीर की सामान्य विकास प्रणाली का हिस्सा नहीं होती है। विशेषज्ञों के अनुसार डीएनए में असामान्य बदलाव या उत्परिवर्तन ही कैंसर के अधिकतर प्रकारों का कारण बनता है।
हालांकि ट्यूमर में मौजूद सभी प्रकार की कोशिकाएं एक समान नहीं होती हैं ।ट्यूमर में सिर्फ 1% कैंसर स्टीम सेल मौजूद होती है। ऐसी देखने में काफी हद तक सामान्य शरीर कोशिकाओं के समान प्रतीत होती है। लेकिन इनमें आत्म नवीनीकरण की क्षमता होती है । यह वही कोशिकाएं हैं । जो कैंसर को फैलने में मदद करते हैं । यह कोशिकाएं और बदलाव की प्रतिक्रिया शुरू करके नया कोशिका ट्यूमर बना देती है।
कैंसर के प्रकार:-
Types of cancer :
कैंसर किस उत्तक से शुरू हुआ है, उस पर निर्भर करते हुए कैंसर को निम्न प्रकार से विभाजित किया जा सकता है।
1-कार्सिनोमा-कार्सिनोमा कैंसर आमतौर पर एपिथेलियल ऊत्तको में होता है। एपिथेलियल उत्तको शरीर के अंदर व बाहर मौजूद अंगों की सतह को बनाते हैं। जैसे त्वचा की सतह के अंदर की सतह और नाक की अंदरूनी सतह आदि। कार्सिनोमा को कैंसर का सबसे आम प्रकार माना गया है कार्सिनोमा के कुछ उदाहरणों में आमतौर पर प्रॉस्टेट कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर और त्वचा की कोशिकाओं में से होने वाले कैंसर आदि शामिल है।
2-सार्कोमा-यह संयोजी ऊतकों में होने वाला मालिगनेंट कैंसर होता है । संयोजी उत्तक को कनेक्टेड टिश्यू भी कहा जाता है ।जो शरीर के अलग-अलग हिस्सों को एक दूसरे से जोड़ने के काम करते हैं। उदाहरण के तौर पर ऐडीपोज उत्तक एवं एरियॉलर उत्तक, टैडन, लिगामेंट और हड्डियों में होने वाला कैंसर।
4-ल्यूकेमिया-यह रक्त में होने वाला कैंसर है जो तब होता है जब खून में अनियंत्रित रूप से सफेद रक्त कोशिकाएं बनने लग जाए।
5-लिम्फोमा-यह लसीका प्रणाली और उससे संबंधित अनुभव में होने वाला कैंसर है। लिम्फ एक विशेष तत्व है । जो उत्तको के बीच सूक्ष्म रिक्त स्थानों में बनता है। यह शरीर के विभिन्न अंगों में लसीका वाहिकाओं और ग्रंथियों के रूप में होता है। इसके अलावा कैंसर शरीर के जिस हिस्से में हुआ है। उसके अनुसार कैंसर को निम्न नामों में विभाजित किया जा सकता है – जैसे
1- बेस्ट कैंसर
2- मुंह का कैंसर
3- प्रोटेस्ट कैंसर
4- गर्भाशय कैंसर
5- अंडाशय कैंसर।
कैंसर के लक्षण:-
Symptoms of cancer :
कैंसर के शुरुआती लक्षण क्या है वह पहचान कैसे करें?
कैंसर शरीर के किस हिस्से में हुआ है लक्षण भी उसी के अनुसार अलग-अलग हो सकते हैं। इसके अलावा कुछ विशिष्ट लक्षण भी देखे जा सकते हैं। जो कैंसर के प्रकार और कैंसर के स्थान पर निर्भर करते हैं। हालांकि कुछ अन्य लक्षण भी हैं। जो कैंसर के साथ देखे जा सकते हैं जैसे:-
1-शरीर का वजन अचानक से कम या ज्यादा होना।
2-थकान और कमजोरी महसूस होना।
3-त्वचा के किसी हिस्से में बार-बार नील पड़ना।
4-लगातार एक महीने से खांसी या सांस लेने में कठिनाई होना।
5-त्वचा में बदलाव होना।
6-त्वचा में जल्दी निशान पड़ जाना।
7-निगलने में कठिनाई होना।
8-भूख कम लगना।
9-आवाज में बदलाव होना।
10-बार बार बुखार होना।
11-रात को पसीना आना।
12-मांस पेशियों में बार बार दर्द होना।
कैंसर के कारण:
Causes of Cancer:
कैंसर आमतौर पर डीएनए में कुछ बदलाव या उत्परिवर्तन होने के कारण होता है। सरल भाषा में डीएनए को कोशिकाओं का मस्तिष्क कहा जाता है, जो उन्हें मल्टीप्लाई केशन करने के निर्देश देता है। जब इन निर्देशों में कोई खराबी हो जाती है तो कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लग जाती हैं और परिणाम स्वरूप कैंसर विकसित हो जाता है।
कुछ पदार्थ भी है जो कैंसर का कारण बन सकते हैं उन्हें “कार्सिनोजेन” कहां जाता है। कार्सिनोजेन को कैंसर के प्रमुख कारणों में से एक माना जाता है। मुख्य कार्सिनोजेन कैसे धुए में मौजूद केमिकल और पराबैंगनी किरणों के संपर्क में आदि शामिल हैं। हालांकि किसी एक कार से 9 जून को कैंसर के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता कुछ अन्य कार्सिनोजेन भी है। जो आहार व स्वास्थ्य जैसे कारकों के साथ मिलकर कैंसर का कारण बन सकता है।
कैंसर होने का खतरा कब बढ़ता है?
कैंसर के सबसे मुख्य जोखिम कारकों में निम्न शामिल है:-
1-तंबाकू या उससे बने उत्पाद जैसे सिगरेट या चिंगम आदि का लंबे समय तक सेवन करना मुंह में फेफड़ों के कैंसर का कारण बन सकता है।
2-लंबे समय से अल्कोहल का सेवन करना लीवर कैंसर समेत अन्य कई हिस्सों में कैंसर होने के खतरे को बढ़ा देता है।
3-अस्वस्थ आहार और रिफाइंड खाद्य पदार्थ जिन्हें फाइबर कम होता है। वे कोलन कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं।
4-कुछ प्रकार के हार्मोन भी कैंसर का कारण बन सकते हैं जैसे- टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ना।
कैंसर के बचाव-
Cancer prevention:
एक स्वस्थ जीवन शैली को अपनाकर और जोखिम कारकों को कम करके कैंसर विकसित होने से बचाव किया जा सकता है। कैंसर से बचाव करने के लिए कुछ तरीके निम्न हैं:-
1-धूम्रपान न करें
2-शराब न पिए
3-थूप के संपर्क में न आए
4-फाइबर युक्त आहार लें। आहार में अधिक बसाना ने और रेड मीट का इस्तेमाल न करें।
5-बाहर तैयार किया गया डिब्बाबंद खाना ना खाएं।
6-यदि त्वचा में नील पड़ने लगे हैं कोई कहा ठीक नहीं हो रहा है या फिर लंबे समय से कोई बीमारी है तो इस बारे में डॉक्टर से बात कर ले।
7-तनाव को कम करने के तरीके सीखे, अपने दोस्तों के परिवारजनों के साथ समय व्यतीत करें । पसंदीदा कार्य करें, योग और मेडिसन करें, खेलकूद में भाग ले और मस्तिष्क को सरल करने वाली अन्य गतिविधियां करें।