गठिया ( आर्थराइटिस ) के कारण, लक्षण और बचाव ! Arthritis in Hindi
गठिया (आर्थराइटिस) क्या है? What is arthritis ?
अर्थराइटिस या गठिया जैसे संधि शोध भी कहा जाता है। एक प्रकार की जोड़ों की सूजन होती है। यह एक या एक से अधिक जोड़ों को प्रभावित कर सकती है।
गठिया के लक्षण आमतौर पर समय के साथ-साथ विकसित होते रहते हैं। लेकिन यह अचानक ही दिखाई दे सकते हैं। संधि शोथ यानी गठिया 65 वर्ष से अधिक उम्र वालों में देखा जाता है। हालांकि यह बच्चों और युवाओं में भी विकसित हो सकता है पुरुषों की तुलना में महिलाओं में गठिया अधिक होता है ।खासतौर से उन उनके वजन ज्यादा होने की वजह से।
गठिया (अर्थराइटिस) के लक्षण- Symptoms of Arthritis :
लक्षणों के आधार पर इसकी पुष्टि के लिए चिकित्सीय परामर्श की जरूरत होती है । क्योंकि इसमें कई प्रकार की विविधता देखी गई है। जोड़ों में दर्द , जकड़न और सूजन गठिया के सबसे प्रमुख लक्षणों में शामिल हैं, साथ ही संधि शोध के दौरान आपके प्रभावित अंग लाल पड़ सकते हैं। इससे आपकी चलने की गति भी कम हो सकती है । कुछ लोगों में गठिया के लक्षण सुबह के समय ज्यादा प्रभावी होते हैं।
आप घुटने, कूल्हे, कंधे,हाथ या पूरे शरीर के किसी भी जोड़ में गठिया के दर्द का अनुभव कर सकते हैं।आपको एनीमिया भी हो सकता है । जिससे आपके शरीर में खून की मात्रा कम हो जाती है। और साथ ही कभी-कभी गठिया के तीव्र आक्रमण से रोगी को बुखार भी हो सकता है।
गंभीर गठिया का अगर समय रहते इलाज न किया जाए तो यह जोड़ों को खराब करने का कारण बन सकता है। गठिया रोग में हाथों पैरों में गांठे बन जाती हैं और इलाज में देर होने से यह गंभीर रूप ले सकती है। जिससे बालों में कंघी करना, सीढ़ियों पर चढ़ना, यहां तक कि चलना भी मुश्किल हो जाता है।
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गठिया (आर्थराइटिस) के कारण- Causes of Arthritis :
कार्टिलेज आपके जोड़ों का एक नरम और लचीला उत्तक है। आप चलते हैं और जोड़ों पर दबाव डालते हैं, तो यह प्रेशर और शाॅक को अवशोषित कर के जोड़ों को बचाता है। कार्टिलेज उत्तक
ओ की मात्रा में कमी से कई प्रकार के गठिये होते हैं।
यदि परिवार के लोगों में यह बीमारी पहले से चली आ रही है। तो इस बीमारी के आगे भी बने रहने की संभावना बढ़ जाती है।
गठिया का एक और रूप है रूमेटी आर्थराइटिस, एक प्रकार का ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है। इसकी शुरुआत तब होती है जब आपके शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर के ऊतकों पर हमला करती है। इन हमलों से सिनोवियम पर प्रभाव पड़ता है। सिनोवियम आपके जोड़ों में पाया जाने वाला एक नरम टिशू होता है। जो ऐसे लिक्विड को बनाता है जिससे कार्टिलेज को पोषण और जोड़ों को चिकनाई मिलती है। रूमेटिक घटिया सिनोवियम की एक बीमारी है । जो जोड़ों पर हमला करके उन्हें नष्ट करती है। यह जोड़ों के अंदर हड्डी और कार्टिलेज को नष्ट करने का कारण बन सकती है।
वैसे तो इम्यून सिस्टम के हमलों का सही कारण पता नहीं है,लेकिन वैज्ञानिकों के मुताबिक जीन , हार्मोन और पर्यावरणीय कारण रूमेटी गठिये के जोखिम को 10 गुना बढ़ा सकते हैं।
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गठिया (आर्थराइटिस) से बचाव- Prevention of Arthritis
अर्थराइटिस एक गंभीर बीमारी है जिसका उपचार समय रहते करना बेहद जरूरी है। संतुलित आहार और सरल जीवन शैली से आप खुद को इस रोग से दूर रख सकते हैं। से आप कई बीमारियों से निजात पा सकते हैं।बल्कि इसमें कई रोगों को स्वभाविक रूप से ठीक करने की पर्याप्त क्षमता भी होती है।गठिया शरीर में जरूरत से ज्यादा यूरिक एसिड होने का कारण होता है।आमतौर पर गठिया के रोगी सूजन को कम करने वाले दबाव पर निर्भर रहते हैं।जो इस बीमारी का स्थाई समाधान नहीं है। क्योंकि इन दवाओं के कई साइड इफेक्ट हो सकते हैं। अपने आहार में कुछ उचित खाद्य पदार्थों को शामिल करके और कुछ अनुचित खाद्य पदार्थों को छोड़कर, गठिया और उसके असहनीय दर्द से आराम पाया जा सकता है । याद रखें इस बीमारी को ला इलाज न होने दें।