जलने के कारण, लक्षण और बचाव ! Burns in Hindi


जलन क्या है? What is jealousy ?


जलना मामूली समस्या समस्या या जानलेवा स्थिति भी हो सकती है। बिजली, रसायन या आग शरीर के जलने के आम कारण हो सकते हैं। गर्म तरल पदार्थ बच्चों के जलने के सबसे आम कारण माने जाते हैं। त्वचा के जल जाने को हम अंग्रेजी में “बर्न” (बर्न) कहते हैं। सन बर्न और मामूली जलने के निशानों का घर पर ही इलाज किया जा सकता है, लेकिन गहरे या व्यापक रूप से जलने के बाद हमें तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता होती है। जो लोग गंभीर रूप से जल जाते हैं उन्हें अस्पताल में बर्न यूनिट में उपचार की जरूरत पड़ सकती है। इस स्थिति में जलने के घावों से झुलसी त्वचा को कवर करने के लिए बेहद सावधानी की आवश्यकता होती है। जलने के अधिकांश मामलों में सबसे पहले जले हुए हिस्से पर पानी डालना चाहिए। इसके लिए बर्फ का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि इससे त्वचा के जले हुए उत्तक को अतिरिक्त नुकसान पहुंच सकता है।


 जलने के लक्षण: -Symptoms of burns: –

हरूरी नहीं कि शरीर की त्वचा संबंधी रूप से जले, इसकी गहराई और शुद्धता के कई प्रकार हो सकते हैं। जलने से हुई क्षति मार्जिन है या गंभीर, यह उत्तक में हुई क्षति पर निर्भर करता है। शुद्धता पर निर्भर करते हुए शरीर का जलना चार प्रकार का हो सकता है।

1-फर्स्ट डिग्री बर्न-यह सिर्फ आपकी त्वचा की ऊपरी सतह को प्रभावित करता है। इससे त्वचा लाल हो जाती है और आपको प्रभावित हिस्से में दर्द महसूस होता है। 

2-सेकंड डिग्री बर्न-यह आपकी त्वचा की ऊपरी और दूसरी सतह को भी प्रभावित करता है। इससे आपकी त्वचा लाल पड़ जाती हैं। संक्रमित हिस्से में सूजन और दर्द महसूस होता है। इसमें आपकी त्वचा पर छाले पड़ जाते हैं। आपको बहुत दर्द हो सकता है।

3-थर्ड डिग्री बर्न-जो बर्न त्वचा में दूसरी सतह से नीचे वाले परत तक पहुंच जाता है। हम हम थर्ड डिग्री के बर्न में कहते हैं। इसमें स्किन एपिसोड, मॉम जैसी सफेद, कठोर और जली हुई दिखाई पड़ती है। इसमें आपकी त्वचा के गिरने का कारण हो सकता है।

4-फोर्थ डिग्री बर्न-यह सबसे गंभीर प्रकार के बर्न होते हैं। यह आप की हड्डी और मांस पेशियों को प्रभावित कर सकते हैं। इसमें आपकी त्वचा काली और जली हुई दिखाई पड़ती है। लोकतंत्रों को काफी नुकसान पहुंच चुका है तो ऐसी स्थिति में हो सकता है कि आपको कोई दर्द महसूस न हो।


 जलने के कारण: -Reasons for burning: –

1-inc

2-बिजली का करंट

3-गर्म धातु, कांची या कोई अन्य वस्तु

4-सूर्य की किरणें और पराबैंगनी किरणें

5-रसायन जैसे कि एसिड, गैसोलीन

6-एक्स-रे से निकलने वाली विकरण या कैंसर के इलाज में उपयोग आने वाली भीकरण थेरेपी।


जलने से बचाव: -Burn protection: –

1-चूल्हे पर खाना ना छोड़े

2-जल्दी जल जाने वाले पदार्थों को भट्टी और हीटर से दूर रखें

3-अगर आप Sm करते हैं तो घर के अंदर या बिस्तर में Sm न करें

4-बर्तन की पकड़ को चूल्हे के पीछे की ओर कर दे

5-खाना बनाते समय समय मजबूत हिन्दुओं का प्रयोग करें जिससे आपका हाथ और मुट्ठी ढके रहें

6-गर्म तरल पदार्थ बच्चों और पालतू जानवरों को दूर रखें

7-खाना बनाते समय कभी भी ढीले कपड़े ना पहने, ऐसे कपड़ों में आग आसानी से लड़ सकती है

8-रसायन, लाइटर और माचिस को बच्चों से दूर रखें

9-अपने पानी के हीटर का तापमान कम रखें

10-स्मोक डिटेकटर-इट यंत्र जो हवा में धुएं की उपस्थिति को इंगित करता है, नियमित जांच कराती है और उसकी बैटरी चेक करती है।

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