मधुमेह ( शुगर ) के कारण,लक्षण और बचाव ! Diabetes in Hindi ! What is diabetes
मधुमेह क्या है?
What is diabetes?
यह एक दीर्घकालिक मेडिकल समस्या है , इसमें खून में मौजूद शुगर का स्तर बहुत अधिक बढ़ जाता है। मधुमेह में आपके शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति इतने अच्छे से प्रतिक्रिया नहीं दे पाती जितने अच्छे देनी चाहिए।एक स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में अग्नाशय से इंसुलिन बनाता है, जिसकी मदद से शरीर भोजन से प्राप्त हुए शुगर को जमा करता है, और उसका इस्तेमाल करता है।
मधुमेह के कारण : Causes of dandruff :
एक स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में अग्नाशय इंसुलिन बनाता है, जिसकी मदद से शरीर भोजन से प्राप्त हुए शुगर को जमा करता है और उसका इस्तेमाल करता है अक्सर निम्न स्थितियों के कारण मधुमेह होता है:-
1-जब अग्नाशय इंसुलिन बनाना बंद कर देता है।और सही में इतना इंसुलिन नहीं हो पाता जितना जरूरी होता है ऐसी स्थिति में शुगर कोशिकाओं में जाने की बजाय खून में जमा होने लग जाता है।
2-जब शरीर इंसुलिन पर ठीक तरीके से प्रतिक्रिया ना दें इस स्थिति को इंसुलिन प्रतिरोध कहां जाता है।
3-जब ग्लूकोज कोशिकाओं में आने की वजह खून में जमा हो जाता है तो इसके कारण शरीर के कई हिस्सों में छपी होती है। कोशिकाओं को आवश्यकता के अनुसार इंसुलिन ना मिलने पर वे ठीक से काम नहीं कर पाती।
मधुमेह होने का खतरा कब बढ़ता है:-
1-उम्र-जैसे जैसे आपकी उम्र बढ़ती है मधुमेह होने का खतरा उतना ही बढ़ता जाता है इसका खतरा आमतौर पर 45 साल की उम्र के बाद ही बढ़ने लगता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इस उम्र के बाद लोग अक्सर व्यायाम आदि कम कर देते हैं इससे मांसपेशियां कमजोर होने लग जाती हैं और वजन बढ़ने लग जाता है। मधुमेह कम उम्र के वाले लोगों और किशोरों यहां तक कि बच्चों में भी हो सकता है
2-वजन-सामान्य से अधिक वजन बढ़ाना मधुमेह का सबसे मुख्य जोखिम कारक है। आपके उत्तक जितने फैटी होते हैं आप की कोशिकाएं उतने ही इंसुलिन की प्रतिरोधी बन जाती हैं। हालांकि यह जरूरी नहीं है कि मोटापा होने पर ही मधुमेह होता है।
3-पारिवारिक समस्या-यदि आपके मां-बाप यह भाई बहन में से किसी को मधुमेह है तो आपको भी यह रोग होने का खतरा बढ़ जाता है।
4-चर्बी पेट में जमा होना-यदि आपके शरीर की चर्बी कुल्है या जांघों के बजाय पेट में अधिक जमा हो रही है तो मधुमेह होने का खतरा बढ़ जाता है।
5-शरीर में गतिशीलता का होना-आप शारीरिक रूप से जितने कम एक्टिव होंगे मधुमेह होने का खतरा उतना ही अधिक होगा। शारीरिक गतिविधि की मदद से शरीर गुलकोज का एनर्जी के रूप में उपयोग करता है। जिसे आपके कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति संवेदनशील हो जाते हैं। शारीरिक गतिविधि करने से आपके शरीर का वजन भी सामान्य रहता है।
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मधुमेह के लक्षण:- symptoms of diabetes :
डायबिटीज में कई लोगों को कोई लक्षण महसूस नहीं होता जबकि कुछ संकेतों को बुढ़ापे के संकेत समझकर नजर अंदाज कर दिया जाता है। मधुमेह का पता अक्सर किसी अन्य बीमारी की जांच करने के दौरान ही लगता है। मधुमेह लोगों को अक्सर कुछ लक्षण महसूस होते हैं जैसा कि
1-थकान व सुस्ती महसूस होना
2-हमेशा भूख लगी रहना
3-अधिक प्यास लगना
4-बार-बार पेशाब आना खासकर रात के समय
5-त्वचा संक्रमण
6-धुंधला दिखाई देना
7-बिना किसी कारण के शरीर का वजन कम होना
8-सिर दर्द होना
9-चक्कर आने जैसा महसूस होना
10-टांगों में ऐठन होना
11-जननांगों के आसपास खुजली होना
12-त्वचा पर लगा कट या घाव ठीक होने में अधिक समय लगना
13-खुजली होना
14-चिड़चिड़ापन होना
15-बार-बार मोड में बदलाव होना
16-त्वचा पर काले रंग के चकत्ते बन्ना
मधुमेह से ग्रस्त कुछ लोगों की जांघों के गर्दन पर काले रंग के धब्बे बनने लग जाते हैं।
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मधुमेह के बचाव:-
Prevention of diabetes :
1-मधुमेह के बारे में जाने-
इसके कारणों जोखिम कारकों के बारे में जाने और यह पता लगाएं कि यह कितना गंभीर है।
2-नियमित रूप से जांच करवाने के लिए डॉक्टर के पास जाते रहे-
जैसे जैसे आपकी उम्र बढ़ती जाती है नियमित रूप से ब्लड शुगर , ब्लड प्रेशर , ब्लड कोलेस्ट्रॉल के स्तर की जांच कराने की आदत डाल लेनी चाहिए।
3-मीठे पदार्थ ना पिए-
मीठे पेय पदार्थों को पीने की जगह पर सादा पानी पिए मीठा कम खाएं।
4-अपने शरीर के वजन को सामान्य रखें-
अपने शरीर में सामान्य से ज्यादा चर्बी खासकर यदि पेट में चर्बी है तो उसे इंसुलिन हार्मोन के प्रति प्रति रोकता अधिक बढ़ जाती है।
5-बाहर का खाना ना खाएं-
फास्ट फूड, जंक फूड, बाहर का पका हुआ खाना ना खाएं या कम से कम खाएं।
6-नियमित रूप से एक्सरसाइज करें-
मधुमेह से बचाव करने के लिए नियमित रूप से व्यायाम करना बहुत जरूरी है।हफ्ते में ज्यादातर दिनों में थोड़ी बहुत एक्सरसाइज करें ऐसा करने से खून में शुगर का स्तर कम होता है और ब्लड प्रेशर , कोलेस्ट्रॉल के स्तर में भी सुधार होता है।
7-स्वस्थ आहार खाएं-
अपने भोजन में फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करें।