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सफेद दाग के कारण, लक्षण और बचाव । What is Vitiligo ( leucoderma ) ! Leucoderma in Hindi


 सफेद दाग क्या होते हैं?

What is vitiligo?


सफेद दाग को ल्यूकोडर्मा या विटिलिगो के नाम से भी जाना जाता है । विटिलिगो एक ऐसा बेकार होता है जिससे शरीर के विभिन्न भागों की त्वचा पर सफेद दाग बनने लगते हैं। यह इसलिए होता है क्योंकि त्वचा में वर्णक बनाने वाली कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं, इन कोशिकाओं को मेलानोसाइट्स कहां जाता है। सफेद दाग रोग श्लेष्मा झिल्ली और आंखों को भी प्रभावित करते हैं। सफेद धब्बे के संकेत और लक्षण में त्वचा का रंग खराब हो जाना या सफेद हो जाना शरीर के किसी भी भाग की त्वचा पर दाग पड़ जाना आदि शामिल है।



सफेद दाग के कारण-

Vitiligo (Leucoderma) Causes;-


त्वचा में सफेद दाग तब बनने लगते हैं जब उत्पादन करने वाली कोशिका जो हमारे बाल, त्वचा आदि को रंग प्रदान करती है। वह काम करना बंद कर देती है या नष्ट हो जाती है। इस रोग में दाल की त्वचा का रंग हल्का पड़ जाता है या सफेद हो जाता है वैसे आमतौर पर इसके कुछ कारणों से जोड़ा जाता है जैसे-1-ऐसा विकार होना जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली खुद उत्पादन करने वाली कोशिकाओं को नष्ट कर देती है।

2-स्व प्रति रक्षित रोग जैसे स्व प्रशिक्षित थायराइड रोग या डायबिटीज का प्रभाव।

3-त्वचा का अधिक धूप, तनाव, औद्योगिक केमिकल्स आदि के संपर्क में आना।

4-परिवार में पहले किसी को यह बीमारी होना।


सफेद दाग (विटिलिगो) के लक्षण

Vitiligo symptoms-


सफेद दाग का मुख्य लक्षण त्वचा के रंग का कुछ कुछ जगहों पर फीका पड़ जाना या सफेद पड़ जाना होता है।आमतौर पर किस रोग में सूरज की किरणों के संपर्क में आने वाली त्वचा को ज्यादा नुकसान होता है जैसे हाथ , पैर, भुजा, चेहरा और होंठ आदि।

1-त्वचा के रंग का फीका पड़ जाना या सफेद हो जाना

2-समय से पहले सिर के बाल, दाढ़ी, घ

भौंहें, पलकें आदि के बालों का रंग उड़ जाना या सफेद हो जाना।3-नाक और मुंह के अंदर त्वचा की परत के उत्तको यानी टिश्यू का रंग हल्का हो जाना यह सफेद हो जाना।

4-नेत्र गोलक यानि रेटिना की अंदरूनी परत का रंग फीका पड़ जाना।

यह बताना मुश्किल होता है कि सफेद धब्बे कारो कितना बढ़ सकता है। कई बार बिना किसी उपचार के ही नए दाग बनना बंद हो जाते हैं। लेकिन,ज्यादातर मामलों में यह सफेद दाग बढ़ते रहते हैं और अंत में शरीर के लगभग सभी हिस्सों में कर जाते हैं ऐसे बहुत ही कम मामले हैं। जिनमें त्वचा अपना रंग वापस पाने में सफल हो पाती है।


सफेद दाग (धब्बे) से बचाव-

Prevention of vitiligo (leucoderma) :


1-अपनी त्वचा को सूरज की किरणों और अन्य यूवी लाइट्स जैसे स्रोतों से बचाएं।

2-प्रभावित त्वचा को छिपाना खासतौर पर जब विकलांगों के दाग दाग त्वचा के दिखने वाले भाग पर हो तो ऐसे में कुछ ऐसे प्रोडक्ट है जिनकी मदद से आप अपनी त्वचा की दिखावटी में सुधार कर सकते हैं आपको अपनी त्वचा की टोन के साथ मेल खाने वाले डॉन को ढूंढने के लिए कई ब्रांच के प्रोडक्ट और ट्रेनर की मदद देनी पड़ सकती है।

3-त्वचा पर टैटू बनवाना-ध्यान दें कि टैटू या ना बनवाना विटिलाइगो के उपचार से संबंधित नहीं है । बलकी भयावह बात यह है कि टैटू से स्किन क्षतिग्रस्त हो सकती है टैटू से प्रभावित त्वचा पर कई बार 2 हफ्ते के भीतर सफेद धब्बे भी बनने लगते हैं।


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