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सफेद बाल होने से बचाव और कारण । White hair in hindi ! What is white hair

 

सफेद बाल होना क्या है?What is white hair?

उम्र बढ़ने के साथ बाल सफेद होना एक प्राकृतिक बदलाव है।हालांकि मौजूदा समय में प्रदूषण और अन्य हार्मोनल कारणों से भी बालों के सफेद होने की समस्या देखने को मिल रही है। चिकित्सीय भाषा में बालों के सफेद होने की प्रक्रिया को कैनिटाइस कहते हैं। महिला और पुरुष दोनों में ही यह समस्या देखने को मिलती है। पुरुषों में यह समस्या कानों से शुरू होकर धीरे-धीरे पूरे सिर पर होने लगती है, वहीं महिलाओं में सिर के मध्य और उसके आसपास बाल सफेद होने शुरू होते हैं। क्या आप बालों के सफेद होने के कारण जानते हैं। आज हम आपको बताएंगे बात असल में सफेद क्यों हो जाते हैं । साथ ही समय से पहले होने वाली यह समस्या किन बीमारियों की ओर इशारा करते हैं?

बाल सफेद होने के कारण-Due to the hair being white-

1-अनुवांशिक कारक:- माता-पिता या परिवार के किसी पीढ़ी में इस तरह की समस्या रहे हैं तो यह आगे भी बनी रह सकती है।

2-हाइपोथाइरॉएडिज्म- हाइपोथाइरॉएडिज्म की समस्या से ग्रस्त लोगों में समय से पहले बालों में सफेद होने की आशंका होती है।

3-प्रोटीन की कमी- सीलिएक रोग, क्रोशिअकोर, नेफ्रोसिस, सहित कुछ अन्य विकारों के कारण शरीर में आई प्रोटीन की कमी के चलते कम उम्र में ही बाल सफेद होने शुरू हो जाते हैं।

4-विटामिन की कमी- शरीर से विटामिन की b12 की कमी के अधिकतर लोगों में कम उम्र में ही बाल सफेद होने की समस्या देखी गई है।

5-मिनरल्स की कमी- आयरन और कॉपर जैसे मिनरल्स की कमी के कारण भी कम उम्र में ही बाल सफेद हो जाते हैं।

6-डाउन सिंड्रोम – डाउन सिंड्रोम एक अनुवांशिक विकार है।इसके चलते चेहरा और नाक चपटा हो जाता है गर्दन छोटी हो जाती है। मानसिक विकलांगता और बालों के सफेद होने लगता है।

बाल सफेद क्यों होते हैं?Why is hair white?

बालों के सफेद होने के पीछे दो सिद्धांत बताए गए हैं।

1-पहला सिद्धांत कहता है कि उम्र के बढ़ने के साथ ही बालों को रंग देने वाले अवयव मेलेनिन उनका उत्पादन धीमा या बंद हो जाता है। ऐसे में बालों में मिलने वाले रंग द्रव में कमी आ जाती है। जिससे वह अपने रंग को छोड़ने लगते हैं।

2-दोसा सिद्धांत कहता है कि मानव के बाल तीन चरणों में विकसित होते हैं वह है एनाजैन, कैटिंजन और टेलोजेन। एनाजैन के दौरान बालों का विकास होता है,कैटी जन वितरण होता है इसमें आम तौर पर बालों में कोई खास परिवर्तन देखने को नहीं मिलता और वह प्राकृतिक रूप से बढ़ते और टूटते रहते हैं। वही आखिर चरण टेलोजैन के दौरान बाल अपने सतह छोड़ने और टूटने शुरू हो जाते हैं।

ऐनाजैन चरण के दौरान बालों को सक्रिय रुप से प्राकृतिक रूप से रंग मिलता है,कैटीजन चरण के दौरान यह प्रक्रिया बंद हो जाती है और टेलोजन के दौरान यह पूरी तरह से खत्म हो जाती है।

सफेद बाल होने से बचाव:- Prevention of having white hair: –

बालों का सफेद होना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है । जो आपकी उम्र के अनुसार होती है। बालों में मेलेनिन का उत्पादन उम्र के साथ कम हो जाता है। ऐसे में उम्र बढ़ने के साथ-साथ बालों के सफेद होने की प्रक्रिया भी होती रहती है।

समय से पहले बालों का सफेद होना एक ऐसी समस्या है जो कई लोगों में सामने आती है। लेकिन ऐसा कोई विशेष कारण नहीं है। यह अनुवांशिक  कारको, विटामिन और प्रोटीन जैसे पोषक तत्वों की कमी के कारण चलते हो जाता है। कई अध्ययनों में पाया गया है कि तनाव या कुछ दवाओं का सेवन भी समस्या का कारण होता हो सकता है । पोषक तत्वों का सेवन और स्वस्थ जीवन शैली का अपना कर आप इस समस्या को रोक सकते हैं।सिर के साथ दाढ़ी के बालों का सफेद होना आम समस्या है 30 वर्ष की आयु के बाद आमतौर पर लोगों को इस समस्या का सामना करना पड़ता है।समय से पहले शुरू दाढ़ी के बाल सफेद होने का खतरा उन लोगों में अधिक रहता है जो एनीमिया, ऑटो इम्यून, थायराइड रोग या डाउन सिंड्रोम से ग्रसित रह चुके हैं।

विटामिन बी की कमी और हाइपोथायरायडिज्म की स्थिति में विटामिन बी के टेबलेट और उचित आहार लेने से भी इस समस्या को दूर किया जा सकता है।

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