Diabetes ! शुगर क्यों होती है, मधुमेह का कारण, symptoms of diabetes
मधुमेह क्या है ? What is diabetes ?
जब इंसुलिन की मात्रा कम हो जाती है या इंसुलिन का निकलना बिल्कुल बंद हो जाता है। जिस कारण ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है। बढी हुई ग्लूकोस की यह मात्रा गुर्दों द्वारा अवशोषित नहीं होती। जिस कारण पेशाब में शुगर निकलने लगती है, अर्थात ब्लड में शुगर का स्तर सामान्य से अधिक हो जाने को डायबिटीज कहा जाता हैं।
शुगर के कारण :
खाने में फैट की मात्रा अधिक होना।
कार्बोहाइड्रेट अधिक होने पर शुगर लेवल बढ़ जाता है।
मानसिक तनाव भी मधुमेह बढ़ाने में सहायक होता है।
डायबिटीज का रोग आनुवंशिक भी होता है।
खान-पान में बदलाव के कारण डायबिटीज हो जाती है।
व्यायाम की कमी के कारण भी यह रोग होता है।
जो व्यक्ति अधिक मोटे होते हैं उन्हें डायबिटीज होने की पूरी संभावना रहती है।
पैंक्रियास में बढ़ती फाइब्रोसिस से इंसुलिन बनने में बाधा उत्पन्न होती है।
शरीर में इंफेक्शन के कारण मधुमेह का रोग हो जाता है।
हार्मोन में बदलाव के कारण शुगर रोग हो जाता है।
जो व्यक्ति लंबे समय तक अल्कोहल का सेवन करते उन्हें मधुमेह रोग की पूरी संभावना रहती है।
पेनक्रियाज कैंसर के कारण यह रोग हो जाता है।
दवाइयों के साइड इफेक्ट के कारण भी शुगर का रोग हो जाता है।
इंसुलिन की मात्रा कम बनने पर भी।
जो व्यक्ति अधिक मीठा खाते हैं उन्हें मधुमेह रोग की पूरी संभावना रहती है।
मधुमेह के लक्षण : symptoms of diabetes :
रोगी को बार-बार पेशाब आता है।
रोगी को अधिक भूख लगती है।
प्यास का अधिक लगना।
शरीर में अत्यधिक कमजोरी आ जाती है जिस कारण रोगी को थकान रहती है।
और कहीं चोट लग जाए तो घाव जल्दी नहीं भर पाते।
जल्दी-जल्दी इंफेक्शन का होना।
रोगी की पिंडलियों में दर्द रहता है।
शरीर का भार लगातार कम होता जाता है।
रोगी को मानसिक कमजोरी रहती है।
हाथ, पैरों में दर्द व सुन्न पड़ना।
शरीर की त्वचा सूखी रहती है।
रोगी के पैरों के तलवों में जलन रहती है।
रोगी को चर्म रोग हो जाते हैं।
शरीर पर बार बार फोड़े फुंसी निकलते रहते हैं।
रोगी को सर्दियों में भी अधिक प्यास लगती है।
आराम करने की अधिक इच्छा।
रोगी को कब्ज और कमजोरी बनी रहती है।
रोगी की सांसे तेज गति से चलती हैं।
आंखों के सामने अंधेरा छा जाता है।
सिर में भारीपन बना रहता है।
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शुगर से बचाव :
मधुमेह एक ऐसा रोग है, एक बार होने पर यह है जल्दी से ज्यादा नहीं है। ऐसे रोगी जिनके खून में शुगर की मात्रा अधिक है वह अपने स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहना चाहिए।
डायबिटीज से बचाव के लिए परेज महत्वपूर्ण है।
भोजन में कैलोरी की मात्रा कम होनी चाहिए।
चिकनाईदार भोजन से परहेज रखना चाहिए।
मीठे पदार्थों का कम सेवन करना चाहिए।
आलू में कार्बोहाइड्रेट अधिक होता है। इसलिए आलू को कम ही इस्तेमाल करना चाहिए।
सब्जी व सलाद का प्रयोग अधिक करें।
गेहूं, जौ, मक्का आदि का आटा बिना चोकर निकाले इस्तेमाल करना चाहिए।
चाय, कॉफी, शराब, डिब्बाबंद जूस कम से कम इस्तेमाल करें।
रोगी को सूखे मेवे इस्तेमाल नहीं करने चाहिए।