Common cold ! सर्दी / जुकाम । सर्दी / जुकाम के कारण और लक्षण
सर्दी / जुकाम क्या है ? What is a cold ?
यह वायरस की वजह से होने वाला रोग है। इसे नजले के रूप में भी जाना जाता है। कोई भी मौसम हो कोई भी स्थान हो खांसी जुखाम कभी भी कहीं भी किसी को भी हो सकता है। नजला एक गंभीर बीमारी माना जाता है। इस रोग में नाक से तरल पदार्थ बहता रहता है। नाक पर सूजन आ जाती है। जिस कारण नाक पर लाली उत्पन्न हो जाती है। जब यह बहने वाला पदार्थ गाढ़ा हो जाता है तो नाक में रुक जाने के कारण रोगी को सांस लेने में समस्या उत्पन्न होती है। नाक से बहने वाला पदार्थ सफेद या पीले रंग का हो सकता है। अन्य बीमारियों की अपेक्षा यह है अधिक प्रभावित करता है। मामूली तौर पर यह 3 से 10 दिन तक अपनी स्थिति बनाए रखता है।
सर्दी जुकाम के कारण : Causes of colds:
अधिक धूप में घूमने से, गर्म वातावरण में बैठे रहने से जब शरीर गर्म हो जाता है। उसी समय ठंडा पानी पी लेने या ठंडी जगह एकदम आ जाने से भी जुखाम हो जाता है। जैसे किसी भट्टी आदि के पास बैठे बैठे सिर व शरीर गर्म हो जाता है तभी अचानक ठंडी जगह उठ कर चले जाने या ठंडा पानी पी लेने से जुखाम हो जाता है। मल और मूत्र के वेग को रोकना भी जुकाम का कारण होता है। कभी-कभी वातावरण में संक्रमण के कारण जुकाम का रोग फैलता है। उस समय अधिकांश लोग जुखम से पीड़ित हो जाते हैं। लेकिन वे लोग इससे बच हैं जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है।
सर्दियों में आवश्यक कपड़े नहीं पहनना गर्मी में तेज धूप में पसीने से तरबतर हालात में आते ही पानी पी लेना, गंदा ठंडा बासी भोजन करना, बिना छना पानी पीना, चिकने पदार्थ खाकर तुरंत पानी पी लेना, बाजार की बिना ढकी हुई चीजों को खाना, ज़ुकाम पीड़ित लोगों के रुमाल का उपयोग करना ज़ुकाम रोक को आमंत्रण देता है। जुखाम सर्दियों के मौसम में अधिक होता है सर्दी का मौसम शुरू होते ही व्यक्ति इसकी चपेट में आ जाता है। कुछ लोगों को पूरी सर्दियों में जुखाम बना रहता है। अनेक लोग बर्षो भर जुखाम से पीड़ित रहते हैं। फिर भी यह रोग गर्मियों की अपेक्षा सर्दियों में अधिक होता है। जब कोई कमरे से निकलकर एकदम बाहर ठंडी हवा में चला जाता है तो उसे जुखाम हो जाता है। कोई भी ऐसा कार्य जिससे मनुष्य का शरीर गर्मी या सर्दी की एक अवस्था से दूसरी अवस्था में बहुत जल्दी पहुंच जाता है, तब वह व्यक्ति इस रोग से पीड़ित हो जाता है। इसका कारण यह है कि उस समय मनुष्य के नाक के अंदर की रक्त नलिका अचानक सर्दी गर्मी के परिवर्तन को सहन नहीं कर पाती यह नलिका एक प्रकार का द्रव छोड़ने लगती है।
सर्दी जुकाम के लक्षण : Symptoms of a cold:
इस रोग में रोगी की नाक से पानी बहुत वहता है। रोगी को तेज छिंके आती हैं और रोगी की नाक बंद हो जाती है। नाक से बहने वाला पदार्थ पतला होता है लेकिन कभी-कभी यह गाढ़ा सफेद भी हो जाता है। गले में खराश और दर्द भी हो जाती है। बार बार छींक आती है। शरीर भारी रहता है। नाक में जलन होती है। नाक में भारीपन बना रहता है। नाक से पानी टपकता रहता है। मुंह का स्वाद खराब हो जाता है आदि इस बीमारी के मुख्य लक्षण है।
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इस रोग के बढ़ने पर हाथ पैरों में दर्द और बेचैनी रहती है रोगी को कमजोरी आ जाती है। कब्ज की शिकायत रहती है। रोगी की भूख बहुत कम हो जाती है। रोगी को हल्का हल्का बुखार बना रहता है। रोगी को किसी भी प्रकार की खुशबू को पहचानने में मुश्किल होती है। नाक से गर्म पीला पदार्थ निकलता रहता है। रोगी को प्यास अधिक लगती है। मुंह पर पीलापन आ जाता है। कमजोरी काफी आ जाती है। रोगी को गर्मी लगने लगती है। रोगी को ऐसा लगने लगता है जैसे नाक से गर्मी तथा धुआं निकल रहा हो।