ल्यूकोरिया के कारण और लक्षण ! Leucorrhoea in Hindi

 ल्यूकोरिया के कारण और लक्षण –


   ल्यूकोरिया क्या है ? What is leucorrhea ?


      ल्यूकोरिया स्त्रियों में होने वाली एक आम समस्या है। यह स्त्रियों के अंदर बनने वाला एक तरह का पदार्थ होता है। जब यह स्राव अधिक मात्रा में उत्पन्न होने लगता है तो बाहर निकल आता है जिसे ल्यूकोरिया या श्वेत प्रदर कहते हैं। यह अंडे की सफेदी की भांति गाढ़ा और सफेद या कभी-कभी पीले से रंग का होता है। अगर शरीर में इस्ट्रोजन हार्मोन अधिक बढ़ जाए तो यह स्राव अधिक मात्रा में होने लगता है। 



      जब स्त्री बर्थ कंट्रोल की गोलियां खा रही होती है तब भी खून में एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ जाने के कारण ल्यूकोरिया की समस्या हो जाती है। कुछ युवतियों में मासिक धर्म से दो-तीन दिन पहले स्राव की मात्रा बढ़ जाती है और इस तरह ल्यूकोरिया हो जाता है। सिफलिस, सुजाक आदि के संक्रमण हो जाने अथवा जननांगों के सूजन, गर्भाशय की सूजन के कारण ल्यूकोरिया की समस्या हो जाती है।


और पढ़ें – vertigo – चक्कर आना👈


    ल्यूकोरिया के कारण : Causes of leucorrhea:



  • अंतः स्रावी ग्रंथियों की कार्यप्रणाली में कमी।
  • धूप या खुली हवा में अधिक रहने के कारण।     
  • प्रजनन अंगों की सफाई की ओर ध्यान न देने के कारण।
  • कुपोषण के कारण।
  • स्वास्थ्य में अत्यधिक गिरावट होने पर।
  • मानसिक चिंता और सोच विचार में डूबे रहना।
  • भय और क्रोध के कारण।
  • तनाव के कारण।
  • जल्दी-जल्दी बच्चे पैदा करने पर।
  • ट्यूमर, कैंसर या कोई गांठ होने पर।
  • गर्भपात हो जाने के कारण।
  • चोट लग जाने पर।
  • औषधियों का अत्यधिक सेवन करने पर।
  • योनि में सूजन आ जाने पर।
  • गंदी और ठंडी चीजों का अत्यधिक सेवन करना।
  • ठंडी जगह पर अधिक बैठना।
  • लुकेरिया ईस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर बढ़ जाने पर होता है।

और पढ़ें – 







      ल्यूकोरिया अनेक बीमारियों का एक लक्षण है खून की कमी आंतों की सूजन गर्भाशय का बाहर निकलना आदि बीमारियों में ल्यूकोरिया हो जाता है। पेशाब में संक्रमण होने पर भी लिकरिया हो जाता है। शरीर में आवश्यक पोषक तत्व की कमी के कारण ल्यूकोरिया बना रहता है। जो महिलाएं जननांगों की सफाई नहीं करती उन्हें भी यह समस्या बनी रहती है। शरीर में हार्मोन असंतुलन के कारण अंडाणु के बनने के समय गर्भावस्था की प्रारंभिक अवस्था में कभी-कभी नवजात युवतियों में भी सफेद पानी की समस्या देखने को मिलती है। 

    ल्यूकोरिया के लक्षण : Symptoms of leucorrhea:


  • योनि मार्ग से दुर्गंधयुक्त स्राव बार-बार निकलता रहता है।   
  • योनि मार्ग में भारीपन रहता है।
  • पेट में दर्द बना रहता है।
  • पेट में खिंचाव रहता है।
  • रोगी को चक्कर आते हैं।
  • कब्ज की समस्या रहती है।
  • कमजोरी और आलस्य बना रहता है।
  • सांस लेने में समस्या होती है।
  • पेट के निचले भाग में भारीपन रहता है।
  • जननांगों में भारीपन और खिंचाव रहता है।
  • इनडाइजेशन की समस्या रहती है।
  • सिर दर्द के साथ चक्कर भी आते हैं।
  • रोग के बढ़ जाने पर हृदय के चारों और भारीपन रहता है।
  • बीमारी बढ़ जाने पर हृदय में दर्द भी होने लगता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.