रात को नींद न आन । Insomnia in Hindi
रात को नींद न आना । Insomnia in Hindi
अनिद्रा से पीड़ित लोगों को अक्सर काफी कम समय तक लेटे रहने के बावजूद नींद नहीं आती या फिर सोने के कुछ समय बाद ही आंखें खुल जाती हैं। यदि कोई व्यक्ति रात को सोने के समय सोने की कोशिश के बावजूद सो न पाए तो उसे अनिद्रा कहते हैं। लगभग हर तीसरे व्यक्ति को अपने जीवन काल में कभी न कभी अनिद्रा की स्थिति से गुजरना पड़ता है।
नींद न आने के कारण : Causes of insomnia :
- खांसी और दर्द के कारण।
- अत्यधिक चिंता के कारण।
- ऐसी व्यक्ति जो तनाव में रहते हैं।
- चाय या कॉफी का अधिक मात्रा में सेवन करना।
- अक्सर लोग रात को सोते समय उस दिन अपने साथ घटी घटनाओं के बारे में अगले दिन के किसी मुश्किल काम के बारे में सोच विचार करते हैं। जिसके कारण उन्हें नींद नहीं आती है। नींद आ भी जाती है तो इसी तनाव के चलते जल्दी आंख खुल जाती है।
- नींद के दौरान सांस लेने में समस्या होने पर।
- कॉन्स्टिपेशन के कारण।
- ऐसे व्यक्ति जिन्हें लंबे समय से एसिडिटी की समस्या है।
- कुछ लोगों को खाज खुजली की समस्या होती है जिस कारण नींद नहीं आती है।
- मानसिक गड़बड़ियों के शिकार लोग अंधेरे कमरे व परछाइयों को देखकर वे रात में होने वाली आवाज को सुन डर जाते हैं और सो नहीं पाते हैं।
- रात के समय शोर-शराबे के कारण नींद नहीं आती है।
- अक्सर देखा गया है कि अनिद्रा के शिकार ज्यादातर वही लोग होते हैं जो मेहनत का काम या व्यायाम नहीं करते हैं और जिनके सोने का कोई निश्चित समय नहीं होता है।
- ज्यादा व्यस्त जीवनशैली और काम का तनाव भी अनिद्रा का एक कारण है।
- नशीले पदार्थों के सेवन से भी नींद नहीं आती है।
नींद न आने के लक्षण : symptoms of insomnia :
- रोगी को मानसिक तनाव बना रहता है।
- अत्यधिक थकान होती है।
- अनिद्रा के रोगी का मन और शरीर दोनों थके हुए रहते हैं।
- रोगी चिड़चिड़ा हो जाता है।
- रोगी क्रोधी स्वभाव का हो जाता है।
- शारीरिक और मानसिक कमजोरी आ जाती है।
- नींद नहीं आने से रोगी व्याकुलता और बेचैनी अनुभव करता है।
- रोगी को खाने में अरुचि हो जाती है।
- अनिद्रा में हल्की सी आहट से नींद टूट जाती है।
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नींद न आने पर होने वाले दुष्प्रभाव: Side effects due to sleeplessness:
- अगर रोगी को नींद न आए तो उसके सारे सिस्टम प्रभावित हो जाते हैं।
- नींद पूरी नहीं हुई हो तो सारे दिन के लिए शारीरिक और मानसिक शक्ति घट जाती है।
- नींद पूरी नहीं होने पर सुबह पेट साफ नहीं होता है।
- जलन और पेट में गैस की शिकायत रहती है।
- रोगी की भुख अत्यधिक कम हो जाती है।
- अगर यह समस्या लंबे समय तक बनी रहे तो मानसिक रोग हो जाते हैं।
- हृदय के गंभीर रोग भी हो सकते हैं।