एडेनोइड्स क्या है ! एडिनाॅइडेक्टमी क्यों की जाती है ! adenoids in hindi
एडेनोइड्स क्या है? What is adenoids?
एडेनोइड्स उत्तको को की छोटी गांठे होती है । जो कि नाक के पीछे बन जाते हैं। यह प्रतिरक्षा प्रणाली के 1 भाग होते हैं। और शरीर को बैक्टीरिया और वायरस से फैलने वाले संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं । बचपन में एडेनोइड्स ग्रंथि बड़ी होती है। लेकिन 5 से 7 साल की उम्र तक यह सिकुड़ने लगती है । यौवन अवस्था में पूरी तरह से गायब हो जाते हैं। जब एडेनोइड्स बैक्टीरिया और वायरस से लड़ते हुए बड़े सूज जाते हैं । यह आमतौर पर बच्चों में होता है । कुछ बच्चों में जन्म के साथ ही असामान्य रूप से बड़े एडेनोइड्स होते हैं । जब एडेनोइड्स बढ़ जाते हैं तो वे वायु मार्ग को अवरुद्ध कर देते हैं। जिसके कारण कान के संक्रमण सांस लेने में तकलीफ और अन्य तकलीफ हो सकती हैं । ऐसी स्थिति में ऐड नोएडा को निकालना बहुत जरूरी हो जाता है । अध्ययनों से पता चला है कि आठ नौ दस को निकालने से बच्चों की बीमारियों से लड़ने की क्षमता प्रभावित नहीं होती है।
एडिनाॅइडेक्टमी क्यों की जाती है? Why is adenoidectomy done?
- सर्जन आपके बच्चे में एडेनोइड को हटाने की सलाह दे सकते हैं-
- सांस लेने में कठिनाई-बड़े हुए एडिनॉइड वायु मार्ग को अवरुद्ध कर सकते हैं , जिससे बच्चे को नाक से सांस लेना मुश्किल हो जाता है। इसके बजाय बच्चा मुंह से सांस लेता है जिससे शुष्क मुंह और फटे होंठ जैसी स्थिति हो जाती है।
- सोने में कठिनाई-नींद के दौरान सांस लेने में कठिनाई हो सकती है, जिसके परिणाम स्वरूप स्लीप एपनिया नामक स्थिति हो सकती है इस स्थिति में अनियमित स्वास घुटन या हाफती हुई आवाजें आ सकती हैं और नींद के दौरान तेज खर्राटे आते हैं । बच्चा रात में कई बार नींद से जाग सकता है और दिन के दौरान नींद महसूस कर सकता है।
- लगातार होने वाली साइनसाइटिस- साइनसाइटिस साइनस की सूजन होता है जोकि माथे और गाल की हड्डी के पीछे मौजूद खोखले खाली स्थान होते हैं जो नाक से जुड़ते हैं।
- लगातार या बार-बार होने वाली कान की समस्याएं-सूजन वाले एडिनॉयडल कान की समस्याओं का कारण बनते हैं जैसे कि कान के संक्रमण और मध्य कान के अंदर तरल पदार्थ का निर्माण कान की इन समस्याओं से कान में दर्द थकान और सुनने में कठिनाई हो सकती है यदि आपके बच्चे को बार बार टॉन्सिल्स हो तो सर्जन इस सर्जरी की सलाह दे सकते हैं।
एडिनॉइडेक्टमी से पहले की तैयारी कैसे करते हैं? How to prepare before adenoidectomy?
- सर्जन पहले आपके बच्चे के एक्सरे करेंगे या उसकी नाक के अंदर एक छोटा सा कैमरा लगाकर आपके रोगी के एडेनोइड्स की जांच कर सकते हैं इस तरह के परीक्षण डॉक्टर बड़े हुए एडेनोइड्स को देखने और यह तय करने में मदद करेंगे क्या एडेनोइड्स वास्तव में जरूरी है, यह करनी है या नहीं करनी। सर्जन सर्जरी से पहले रोगी की तैयारी के लिए निम्नलिखित आप को निर्देश दे सकते हैं।
- अपने रोगी को ब्लड थिनर जैसी दवाई देने से बचें जब तक की डॉक्टर की सलाह ने दी जाए।
- आपको सर्जरी से एक रात पहले आधी रात के बाद अपने रोगी को भोजन या कोई भी पदार्थ नहीं देने के लिए भी कहा जा सकता है।
- आपको एक सहमति फार्म पर हस्ताक्षर करने की आवश्यकता होगी जो प्रक्रिया के लिए आप की स्वीकृति देता है जो फार्म आपको भरना होगा।
- सर्जरी प्रक्रिया के 1 दिन रोगी को कम पानी के साथ दवाई लेनी चाहिए यह भी सलाह आपको दी जाती है।
एडिनॉइडेक्टमी कैसे होती है इसके बारे में जाने: Learn about how adenoidectomy occurs:
- एडिनॉइडेक्टमी एक सामान्य और छोटी प्रक्रिया है जो कि कान, गले और नाक के सर्जन द्वारा की जाती है सर्जरी के लिए रोगी को सामान्य एनेस्थीसिया दिया जाता है जिससे रोगी सर्जरी के दौरान सो जाता है इस प्रक्रिया के निम्नलिखित कारण होते हैं इसके बारे में जाने।
- आपके रोगी को आरामदायक महसूस करवाएंगे और फिर जनरल एनएसथीसिया दे दिया जाएगा यह गैस के माध्यम से या फिर इंजेक्शन के जरिए दिया जाएगा गैस से देने से कुछ समय के बाद रोगी सो जाता है और इंजेक्शन देने के तुरंत बाद ही रोगी सो जाता है ताकि सर्जरी के दौरान बच्चे को कोई कष्ट ना हो कोई दर्द ना हो।
- इसके बाद रोगी को ऑपरेशन रूम में ले जाया जाता है।
- सर्जन रोगी का मुंह खोलेंगे और उसमें रिएक्टर उपकरण डालेंगे ।
- इसके बाद सर्जन क्यूरेट उपकरण का प्रयोग करेंगे या फिर ऐसे ही उपकरण से एडिनॉइड को निकाल लेंगे।
- एडिनॉयड्स को निकालने के बाद सर्जन इलेक्ट्रो का ट्री या एबलेशन प्रक्रिया से रक्त प्रभाव रोकेंगे इलेक्ट्रोकाट्री में एक उपकरण जो की बिजली की मदद से उत्तक को गर्म करता है उसका प्रयोग किया जाता है वही कोबलेशन में उत्तक को रेडियो तरंगों में गर्म किया जाता है । इससे मरीज को कोई परेशानी नहीं होती।
- सर्जरी को पूरा होने में 30 से 40 मिनट का समय लग सकता है। अस्पताल का स्टाफ रोगी को रिकवरी वार्ड में ले जाएगा जिससे बच्चे की नब्ज तापमान पल्स और घाव की जांच की जाएगी यह देखा जाएगा कि सर्जरी के कुछ घंटों बाद बच्चे को डिस्चार्ज कर दिया जाए या नहीं जब मरीज उठेगा तो ठीक तरह से सांस ले पाएगा , निकल पाएगा या खांसने में कोई तकलीफ तो नहीं होगी यह सब उसकी जांच की जाएगी।
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एडिनाॅइडेक्टमी के बाद रोगी की देखभाल : Care of the patient after adenoidectomy:
आपके रोगी की सर्जरी से पूरी तरह से ठीक होने के लिए 1 से 2 सप्ताह की आवश्यकता रहती है आप सर्जरी के बाद निम्नलिखित बातों का ध्यान रख सकते हैं –
- सर्जरी के बाद बच्चे का गला बैठना सामान्य बात है, दर्द के लिए बच्चे को रोगी को दर्द निवारक दिया जाएगा।
- आप गले में दर्द के साथ नरम खाद्य पदार्थ भी दे सकते हैं जैसे कि तले हुए अंडे ,मसले हुए आलू आदि।
- निर्जलीकरण से बचने के लिए बच्चे को प्रचुर मात्रा में तरल पदार्थ पीने के लिए कहीं और बार बार पिलाएं।
रिकवरी के दौरान बच्चे को निम्नलिखित खाद्य पदार्थ देने से बचें –
- गर्म और मसाले मसालेदार भोजन।
- उच्च वसा वाले डेयरी उत्पाद।
- बहुत सारे एसिड वाले पर जैसे संतरे का रस, अंगूर का रस ,नींबू का रस।
- ठंडे अनाज और कच्ची कुरकुरे सब्जियां जैसे खाद्य पदार्थ ना दें।
- आप के रोगी को उनकी नाक से बुरी गंद का अनुभव हो सकता है ,जो लगभग 1 सप्ताह के समय में ठीक हो जाएगा । इसे कम करने के लिए एंटीबायोटिक दी जा सकती हैं।
- सर्जन डॉक्टर आपके बच्चे को एसिपरिन दवाएं देने से बचने के लिए कहेंगे इसका आपको विशेष ध्यान रखना होगा।
- संक्रमण के जोखिम को कम करने के लिए बच्चे को स्कूल जाने से पहले लगभग 10 दिनों तक आराम करने की आवश्यकता होगी और धूल गंदगी से बचाना होगा चेहरे पर मास्क लगाना होगा।