सांस फूलना के कारण, लक्षण और बचाव । breathlessness in Hindi ! What is breathlessness
सांस फूलना क्या होता है?
What is Breath?
सांस फूलना या सांस चढ़ना एक बेचैनी भरी स्थिति होती है, जिसमें फेफड़ों तक पर्याप्त मात्रा में वायु (ऑक्सीजन) पहुंचने में कठिनाई होने लगती है। आपके दिल या फेफड़ों से संबंधित कोई भी समस्या आपको सांसो में बाधा डाल सकती है। सांस फूलने की समस्या कुछ लोगों को अचानक वह कुछ समय के लिए होती है और कुछ लोगों को लंबे समय तक यह समस्या बनी रहती है, जिसमें कुछ हफ्ते या उससे ज्यादा का समय भी लग सकता है।
सांस फूलने की समस्या के दौरान हुए अनुभव का लोग अलग-अलग तरीके से वर्णन करते हैं जैसे सांस लेने में दिक्कत, छाती में जकड़न, अंदर पर्याप्त वायु ना खींच पाना आदि।
सांस फूलना का भी बेचैनी भरा हो सकता है और कई बार काफी डरावना भी हालांकि इस समस्या से फेफड़ों को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंच पाता।
सांस फूलने के कारण :Causes of breathlessness:
कुछ लोगों को अचानक से सांस फूलने की समस्या अनुभव होती है,वह भी केवल थोड़े समय के लिए तथा कुछ लोगों को लंबे समय तक या नियमित रूप से सांस की समस्या महसूस होती है। नियमित रूप से होने वाले सांस की समस्या के कारण सामान्य भी हो सकते हैं और कोई गंभीर अंदरूनी समस्या भी हो सकती है। अचानक से सांस होने का संकेत है कि व्यक्ति को तुरंत मेडिकल जांच करवानी चाहिए।
सांस फूलने की समस्या अगर हर समय होती है तो उस के निम्न कारण भी हो सकते हैं जैसे
1-अत्यधिक और जोरदार व्यायाम करना
2-धूम्रपान करना
3-अधिक वजन बढ़ना या आकार से बाहर होना
4-वायु प्रदूषण हवा में एलर्जी
पदार्थ होना
5-चिंता
नियमित रूप से सांस फूलने की समस्या किसी अत्यधिक गंभीर स्थिति का संकेत भी दे सकती है, जो दिल में फेफड़ों को प्रभावित करती है। दिल और फेफड़े ऑक्सीजन को पूरे शरीर तक पहुंचाते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड को बाहर निकाल देते हैं।ऐसी स्थितियां जो इन कार्यों को प्रभावित करती हैं वे सांस फूलने की समस्या को भी शुरू कर देते हैं।
कुछ समस्याएं जो दिल और फेफड़ों को प्रभावित करती हैं वे सांस फूलने की समस्या को भी उत्पन्न कर सकती हैं जैसे:-
1-एनीमिया
2-दिल के कार्यों में असामान्यता
3-फेफड़ों में कैंसर
4-अस्थमा
5-फेफड़ों से संबंध रोग जैसे प्लोरिसी या तपेदिक सांस फूलने की एक क्यूट समस्या के कुछ अन्य लक्षण भी है जो मेडिकल एमरजैंसी का काम देते हैं जैसे:-
1-फेफड़ों में खून के थक्के जमना
2-निमोनिया
3-कार्बन मोनोऑक्साइड प्वाइजनिंग
4-बाहरी चीजों के पदार्थों को सांस द्वारा अंदर ही खींचना
5-श्वसन मार्ग अवरुद्ध हो ना
6-दिल का आकार बढ़ना
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सांस फूलने के लक्षण:-Symptoms of shortness of breath: –
सांस फूलने के दौरान महसूस होता है कि आप को सांस लेने में कठिनाई हो रही है और आप अपने फेफड़ों को पर्याप्त पानी नहीं दे पा रहे हैं
1-छाती में जकड़न
2-गहरी सांस ना ले पाना
3-सांस लेने में कठिनाई
4-भाइयों की कमी महसूस होना
सांस फूलने की समस्या अचानक किया धीरे-धीरे बढ़ सकती है, अचानक से होने वाली सांस फूलने की समस्या को कुछ मिनट में विकसित हो जाती है तथा यह बुखार , चकत्ते , खांसी जैसे लक्षणों के साथ हो सकती है।
सांस फूलने की क्रॉनिक समस्या में घर के किसी भी काम को करते समय सांस में कमी का अनुभव होने लगता है जैसे एक कमरे से दूसरे कमरे तक चल कर जाना, एक पोजीशन में खड़े रहना आदि।
सांस फूलने की समस्या से ग्रसित लोगों में निम्न प्रकार के लक्षण दिखाई पड़ना चिंता का विषय हो सकता है।
1-छाती में बेचैनी महसूस होना दिल जोर जोर से धड़कना या धड़कन तेज होना या बीच-बीच में दिल की धड़कन छूटना।
2-वजन कम होना
3-रात के समय पसीना आना
4-हलचल , भ्रांति या चेतना का स्तर कम होना
5-आराम करने के दौरान भी सांस फूलना
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सांस फूलने से बचाव:-Prevention of shortness of breath: –
सांस फूलने की समस्या के रोकथाम के उपाय क्या है?
सांस फूलने की समस्या को आमतौर पर दवा सांस लेने की तकनीकों व्यायाम या ऑक्सीजन सप्लीमेंट द्वारा नियंत्रित किया जा सकता है। अन्य कुछ तरीके जिनको अपनाकर सांस संबंधी समस्याओं को नियंत्रित किया जा सकता है उनमें निम्न शामिल है:-
1-घर के अंदर एवं बाहर प्रदूषित वायु के संपर्क में आने से बचें
2-धूम्रपान करना छोड़ दें
3-सामान्य शारीरिक चेकअप करवाएं क्योंकि सांस फूलना किसी गंभीर समस्या का लक्षण हो सकता है।
4-पंखे के आगे बैठे और हवा को चेहरे पर लगने दे।
5-यदि भजन जाता है तो उसे घटाएं
6-अगर आप 5000 फीट से के आसपास की उचाई स्तर पर है तो तनाव या परिश्रम आदि से बचें।
7-ऐसी चीजों से दूर रहे जो अस्थमा को बढ़ा सकती हैं।
8-सांस फूलने से जुड़ी अपनी सोच बे चिंताओं को खुलकर डॉक्टर को बताएं।
9-सास को रोकने की कोशिश ना करें।
10-अगर आप ऑक्सीजन सप्लीमेंट पर आश्रित हैं तो सुनिश्चित कर लें कि आप को ऑक्सीजन की जरूरी मात्रा मिल रही भी है और संबंधित उपकरण पूरी तरह से काम कर रहे हैं।