नाक की हड्डी टेढ़ी होना कारण, लक्षण और बचाव । nasal septum Deviation in Hindi
नाक की हड्डी टेढ़ी होना क्या है ? What is nasal septum Deviation ?
नाक की हड्डी टेढ़ी तब होती है जब नाक की दोनों नलियों के बीच की दीवार नाक के बीच में होने के बजाय एक तरफ खिसक जाती है। ज्यादातर लोगों में नाक की हड्डी टेढ़ी होने से उनकी ना की एक नली दूसरे से छोटी पड़ जाती है। यदि नाक की हड्डी गंभीर रूप से टेढ़ी हो गई है तो यह नाक कि एक तरफ को बंद कर देती हैं।
जिससे नाक में कम हवा पहुंच पाती है और सांस लेने में दिक्कत होने लगती है।
कुछ लोगों में नाक की हड्डी टेढ़ी होने से नाक की नालियों के अंदरूनी हिस्से सुख में लगते हैं जिससे नाक के अंदर पपड़ी जमना या नाक से खून बहना जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
नाक की हड्डी टेढ़ी करनी सेना के बीच वाली दीवार के उत्तको में सूजन आ जाती है। जिससे नाक की एक तरफ से अभ्यास की नदियां सूख जाती है नाक की रुकावट के इलाज में सूजन कम करने के लिए दवाई और नाक की नालियों खोलने के लिए नेजल डाइलेटर्स आदि शामिल है लेकिन नाक की टेढ़ी हड्डी का इलाज करने के लिए सर्जरी आवश्यक होती है।
नाक की हड्डी टेढ़ी होने के कारण : Causes of nasal septum Deviation :
वायुमार्गो को दो भागों में बांटने वाली नाक के बीच की दीवार जिसे नेजल सेप्टम कहां जाता है, जब वह बीच में ना होकर नाक के एक तरफ आ जाती है तो यह स्थिति पैदा होती है।
1-जन्म से ही मिली कोई स्थिति-
कुछ मामलों में विकसित होने के दौरान भी नाक की हड्डी टेढ़ी हो सकती है जो बच्चे का जन्म होने के बाद दिखाई देती है।
2- नाक पर चोट लगना-
नाक पर किसी प्रकार के चोट लगना जो नाक के बीच की दीवार को दूसरी तरफ धकेल देती हैं। उसके परिणाम से भी नाक की हड्डी टेढ़ी हो सकती है । कुछ चीजों में ऐसी छोटे जन्म के लेने के दौरान भी लग सकती हैं। बच्चों में ऐसी बहुत सारी दुर्घटनाएं हो सकती हैं। जो नाक में चोट लगने देना की हड्डी को टेढ़ी करने का कारण बन सकती है।
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नाक की हड्डी टेढ़ी होने के लक्षण:- symptoms of nasal septum Deviation :
नाक की हड्डी टेढ़ी होने पर कौन से लक्षण विकसित हो सकते हैं? नाक की हड्डी संबंधी ज्यादातर विकृतियों से किसी प्रकार के लक्षण पैदा नहीं होते हैं और आपको यहां तक भी पता नहीं लग पाता है कि आपकी नाक की हड्डी टेढ़ी है हालांकि नाक की टेढ़ी हड्डी के कुछ मामले ने में संकेत में लक्षण पैदा कर सकते हैं।
1-किसी एक विशेष साइड में सोने की प्राथमिकता देना-
कुछ लोग सोते समय नाक से सांस लेने की स्थिति को सुधारने के लिए विशेष रूप से किसी एक तरफ मुंह कर सोना पसंद करते हैं उनमें यह स्थिति नाक की हड्डी टेढ़ी होने का कारण हो सकती है
2- नाक के एक या दोनों तरफ की नलियां रुक जाना –
नाक की एक या दोनों नलियों के रुक जाने से सांस लेने में तकलीफ पैदा होने लगती है । यह स्थिति और अधिक स्पष्ट रूप से महसूस होने लगती है जब आपको जुकाम ऊपरी स्वसन तंत्र में संक्रमण या नाक की नली में सूजन व सिकुड़न पैदा होने वाले एलर्जी रिएक्शन हो जाते हैं।
3-नाक से खून आना-
इसमें आपकी नाक की नलियों की सतह सूखने लग जाती है जिससे नाक से खून आने के जोखिम बढ़ जाते हैं।
4-चेहरे का दर्द-
वैसे तो नाक संबंधी स्थितियों के संभावित कारणों में चेहरे का दर्द होना काफी तक पूर्ण हो सकता है। लेकिन एक गंभीर रूप से टेढ़ी हुई नाक की हड्डी ना कि अंदरूनी बीच वाली दीवार को प्रभावित कर सकती है। जिस तरफ सेना का हिस्सा प्रभावित है। उसी तरह चेहरे में दर्द होने की स्थिति तो कभी-कभी एक संभावित कारण माना जा सकता है।
5-सोते समय सांस लेने के दौरान आवाज आना-
यह स्थिति अक्सर शीशे में छोटे बच्चों को होती है जब उनकी नाक की हड्डी टेढ़ी होती है या जब उनकी नाक के अंदरूनी उत्तको में सूजन आ जाती है। तो सोते समय उनके सांस लेने में परेशानी होती है और अलग-अलग आवाज आने लगती है।
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नाक की हड्डी टेढ़ी होने के बचाव-
Prevention of nasal septum Deviation :
आप कुछ सावधानियां बरत कर नाक को ऐसी चोट लगने से बचा सकते हैं जो आपके नाक की हड्डी को टेढ़ा कर सकती हैं:-
1-हेलमेट पहनना-फुटबॉल और वॉलीबॉल जैसे खेलों में भाग लेने के दौरान हेलमेट या फेस मास्क पहनना
2-सीट बेल्ट पहनना-
किसी वाहन को चलाते या उससे सीट बेल्ट पहनना जरूरी है।