एरीसिपेलस के कारण, लक्षण और बचाव । What is Erysipelas ! Erysipelas in hindi
एरीसिपेलस क्या है?What is Erysipelas?
एरीसिपेलस एक प्रकार का बैक्टीरियल संक्रमण है। जो त्वचा की ऊपरी सतह पर होता है। जब त्वचा में कोई घाव या कट लग जाता है। तो उसमें से बैक्टीरिया त्वचा के अंदर चले जाते हैं और संक्रमण फैलाते हैं। इसमें त्वचा की ऊपरी सतह में लालिमा व सूजन हो जाती है।
इसे सेल्यूलाइटिस का एक रूप माना जाता है जिसमें सेल्यूलाइटिस त्वचा की अंदरूनी सतह को प्रभावित करता है। एरीसिपेलस मैं मुख्य रूप से उंगलियां, टांग, बांह, पेट और चेहरे की त्वचा प्रभावित होती है। हालांकि यह संक्रमण शरीर के किसी भी हिस्से में विकसित हो सकता है।
एरीसिपेलस के कारण:Causes of Erysipelas:
त्वचा के किसी घांव या छेद के माध्यम से बैक्टीरिया को त्वचा में घुसकर संक्रमण फैला ना ही एरीसिपेलस का सबसे मुख्य कारण है। हालांकि त्वचा में घांव छेद होने के कई अलग-अलग कारण हो सकते हैं जो निम्न शामिल है:-
1-एग्जिमा
2-इंपीटिगो
3-एथलीट फुट
4-सोरायसिस
6-कुछ प्रकार की एलर्जी आदि
इसके अलावा स्वास्थ्य संबंधी कुछ अन्य समस्याएं भी हैं जो प्रत्याशित वह अप्रत्याशित रूप से
एरीसिपेलस होने का कारण बन सकती हैं।
1-मोटापा
2-शराब की लत
3-कंट्रोल ने किया गया डायबिटीज
4-प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर रहना
बीमारियों के अलावा कुछ दवाई भी है जो एरीसिपेलस विकसित होने में भूमिका निभा सकती है इनमें मुख्य रूप से प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर बनाने वाले दवाएं हैं जैसे कैंसर वह स्वयं प्रति रक्षित रोगों को रोकने और अंग प्रत्यारोपण के बाद इस्तेमाल की जाने वाली दवाई।
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एरीसिपेलस के क्या लक्षण है?What are the symptoms of erysipelas?
एरीसिपेलस से होने वाले त्वचा संबंधी लक्षण विकसित होने से पहले ही मरीज को अस्वस्थ महसूस होने लगता है। ऐसे में उन्हें बुखार ठंड लगना और शरीर कांपना आदि। लक्षण महसूस होने लगते हैं। इन लक्षणों को कुछ समय बाद शरीर के अंदर किसी एक हिस्से की त्वचा पर अन्य लक्षण विकसित होने लगते हैं इसमें में शामिल है:-
1-त्वचा में सूजन होना
2-लालिमा
3-त्वचा होने पर गर्म महसूस होना
4-फफोले
5-प्रभावित प्रभावित त्वचा के बीच निशान पड़ना
6-प्रभावित त्वचा में लाल धारिया दिखाई देना
7-गंभीर मामलों में त्वचा बैंगनी या काली पड़ जाना
एरीसिपेलस मैं होने वाले कुछ लक्षण आमतौर पर अचानक से ही विकसित होते हैं जो विकसित होने में आमतौर पर संक्रमित होने के कुछ घंटों से दिनों तक का समय ले सकते हैं।
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एरीसिपेलस से बचाव :Avoiding Erysipelas:
यदि एरीसिपेलस आदि गंभीर नहीं है तो उसका घर पर ही इलाज किया जा सकता है । लेकिन गंभीर स्थितियों में मरीज को अस्पताल में भर्ती होना पड़ सकता है। एरीसिपेलस के इलाज में सामान्य देखभाल दवाएं और सर्जरी आदि शामिल है जिन का चुनाव रोग की गंभीरता के अनुसार किया जाता है:-
1-सामान्य देखभाल-
एरीसिपेलस से प्रभावित व त्वचा को आमतौर पर शरीर से ऊपर के स्तर पर रखा जाता है ताकि सूजन को कम किया जा सके उदाहरण के लिए यदि टांग की त्वचा में संक्रमण हुआ है तो टांग को खोलो उसके स्तर से ऊंचा रखा जाता है ,ऐसे में टांगों के नीचे कुछ तकिया लगाए जा सकते हैं। इसके अलावा नियमित रूप से पर्याप्त पानी पीना और उचित व्यायाम करना सामान्य बचाव का हिस्सा है।