नपुसंकता के कारण, लक्षण और बचाव । Impotance in Hindi ! What is impotance
नपुसंकता क्या है?
What is impotance?
नपुसंकता पुरुषों द्वारा यौन संबंध बनाने के लिए लिंग में उत्तेजना बनाए रखने में असमर्थता होने की समस्या है यह समस्या कपल्स के लिए एक महत्वपूर्ण संकट पैदा कर सकती है।
कभी-कभी लिंग में उत्तेजना न आना असामान्य नहीं है। स्तंभ होने या उसे बनाए रखने में अगर कभी कभी विफलता हो जाए उसके बारे में चिंता ना करें, यह सामान्य समस्या होती है कई पुरुष तनाव के दौरान ऐसा अनुभव करते हैं। बार-बार होने वाला स्तंभ दोष स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है, जिन के इलाज की आवश्यकता होती है यह भावनात्मक या रिलेशनशिप संबंधी कठिनाइयों का संकेत भी हो सकता है, जिन्हें डॉक्टर को दिखाना पड़ सकता है। इसके कुछ कारणों में बहुत अधिक शराब पीना, चिंता और थकावट आदि शामिल है। अगर यह जारी नहीं रहता तो चिंता करने की कोई बात नहीं है। हालांकि नपुसंकता की समस्या अगर जारी रहती है, तो इसकी जांच एक डॉक्टर द्वारा करवानी चाहिए। जिन पुरुषों को अपने यौन प्रदर्शन से संबंधित समस्याएं है, उनको डॉक्टर से इस बारे में बात करने में इचाक हो सकती है। क्योंकि उनको लगता है की यह एक शर्मनाक मसला हो सकता है। अगर आपको स्तंभन दोष या नपुसंकता से संबंधित समस्या है, तो डॉक्टर से इस बारे में आवश्यक बात करें, भले ही आपको शर्मा रही हो। कई बार इस समस्या के अंतनिहित करण का इलाज करना ही नपुसंकता को ठीक करने के लिए काफी होता है। नपुसंकता के उपचार में मुंह द्वारा खाई जाने वाली दवाई लिंग मैं इंजेक्शन और परामर्श आदि शामिल है।
नपुसंकता के कारण-causes of Impotence :
1-रक्त धारा
2-तंत्रिका आपूर्ति
3-हार्मोन
नपुसंकता के कई संभावित कारण हैं इसमें भावनात्मक और शारीरिक दोनों विकारों को शामिल कर सकते हैं । अधिकांश स्तंभन दोष वाहिकाओं, न्यूरोलॉजिक, साइकोलॉजी और हार्मोन संबंधी विकारों से संबंधित होते हैं । ड्रग आदि का इस्तेमाल करना भी इसका एक कारण हो सकता है। कुछ सामान्य कारण है
1-सर्जरी
2-डिप्रेशन
3-धूम्रपान
4-शराब की लत
5-प्रदर्शन की चिंता
6-कैंसर
7-दवाइयां
कुछ ऐसे प्रकार के ड्रग्स के बारे में बताया गया जो नपुसंकता का कारण बन सकते हैं।
नपुसंकता के लक्षण-
Erectile Dysfunction Symptoms-
1-लिंग मैं उत्तेजना लाने में परेशानी हो रही हो।
2-यौन गतिविधियों के दौरान उत्तेजना को बनाए रखने में कठिनाई होती हो।
3-सेक्स करने की इच्छा में कमी।
नपुसंकता से संबंधित अन्य यौन विकारों में शामिल है-
1-समय से पहले स्खलन।
2-स्खलन में देरी।
3-पर्याप्त उत्तेजना होने के बाद भी संभोग सुख प्राप्त करने में असमर्थ था।
कुछ अन्य भावनात्मक क्षण भी हो सकते हैं जैसे शर्म लज्जा या चिंता महसूस होना और शारीरिक संभोग में रूचि कम होना। अगर किसी व्यक्ति को यह लक्षण नियमित रूप से हो रहे हैं । तो उसमें नपुसंकता से ग्रस्त मान लिया जाता है।
नपुसंकता से बचाव-
Prevention of importence :
खाने-पीने और रहने आदि के तरीकों में ऐसे कई बदलाव किए जा सकते हैं, जिससे स्वास्थ्य पर एक सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।यह भी हो सकता है कि आपको पता भी ना हो कि यह चीजें नपुसंकता से जुड़ी है। लेकिन काफी सारे लोगों ने यह पाया कि इन कारकों में कुछ बदलाव करने से उनके नपुसंकता में सुधार आया। इन बदलावों में निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं।
1-धूम्रपान बंद करना-धूम्रपान सामान्य रूप से ख़ून के प्रभाव पर नकारात्मक प्रभाव डालता है जिससे नपुसंकता जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
2-शराब की मात्रा में कमी करना-शराब को कम करने या बंद करने से अन्य स्वास्थ्य के फायदों के साथ-साथ नपुसंकता पर भी एक सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
3-वजन कम करना-यह हर किसी की मदद नहीं करेगा लेकिन अधिक वजन होना नपुसंकता की समस्या को बढ़ावा दे सकता है।
4-तनाव का स्तर कम करना-तनाव ब्लड प्रेशर से जुड़े मसलों का कारण बन सकता है लेकिन यह उन संगठनों में भी हस्तक्षेप कर सकता है स्तंभन द्वारा नपुसंकता करने के लिए भेजे जाते हैं।