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फेफड़ों के रोग कारण, लक्षण और बचाव । Lungs disease in Hindi ! What is lungs disease

 

फेफड़ों के रोग क्या है?

What is lungs diseases?

फेफड़ों में श्वसन प्रणाली से जुड़े अन्य अंगों को प्रभावित करने वाले लोगों को फेफड़ों के रोग कहा जाता है। सांस से संबंधित ज्यादातर समस्याएं फेफड़ों के रोगों के कारण ही होती हैं। यह रोग होने पर मरीज को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है। घर से बाहर दूषित वायु से फेफड़े खराब हो जाते हैं। धूम्रपान बहुत हानिकारक है फेफड़ों के लिए।



फेफड़े रोग के कारण-

Lungs diseases Causes-


1-अस्थमा-इसमें स्वसन मार्गों में गंभीर रूप से सूजन व जलन हो जाती है और कभी-कभी इन में गांठ भी हो जाती है। जिस कारण से घरघराहट जैसी आवाज आने लगती और सांस फूलने लगती है।

2-सीओपीडी-फेफड़ों संबंधी यह एक ऐसा रोग है इसमें मरीज की सांस छोड़ने की क्षमता ठीक से काम नहीं कर पाते इस स्थिति के कारण मरीज को सांस लेने में दिक्कत होने लगती है । लंबे समय से धूम्रपान करने के कारण यह रोग होता है।

3-वातस्फीति-यह भी एक प्रकार का सीओपीडी होता है इसमें फेफड़े क्षतिग्रस्त हो जाते हैं और उनमें हवा फंसी रह जाती है सांस छोड़ने में दिक्कत होना । इस रोग का मुख्य लक्षण है इस रोग का मुख्य कारण ही धूम्रपान करना है।

4-निमोनिया-एचडी में फेफड़ों की छोटी-छोटी हवा की थैलियों में संक्रमण हो जाता है। यह संक्रमण आमतौर पर व्यक्ति जा के कारण होता है।


फेफड़ों के रोग के लक्षण:-

Lungs disease symptoms-


फेफड़ों के रोग के क्या  लक्षण है? फेफड़ों के रोग के प्रकार के अनुसार उसके संकेत व लक्षण भी अलग-अलग हो सकते हैं। फेफड़ों के रोग में होने वाले कुछ सामान्य लक्षण निम्न है:-

1-सांस लेने और छोड़ने पर दर्द व अन्य तकलीफ होना।

2-लिंफ नोड्स में सूजन

3-बुखार और ठंड लगना

4-शरीर का लगातार वजन घटना जिसकी वजह ना पता हो।

5-व्यायाम करने की क्षमता कम होना।

6-बार-बार साइनस इन्फेक्शन होना

7-सांस फूलना

8-सांस लेने में दिक्कत होना।


फेफड़े रोग से बचाव-

Prevention lungs Disease-


1-नियमित रूप से व्यायाम करें फिर दर को बढ़ाने वाली एक्सरसाइज सबसे अधिक फायदेमंद हो सकती है।

2-अपने हाथों को नियमित रूप से धोते रहें

3-हाथों से अपने मुंह को ना छुए

4-बीमार लोगों से दूर रहें

5-पोषक तत्वों से भरपूर भोजन खाएं

6-पर्याप्त मात्रा में पानी पिए

7-फेफड़ों के रोगों से जुड़े किसी भी संकेत और लक्षण को नजरअंदाज ना करें।

8-धूम्रपान छोड़ दे।

9-घर पर या बाहर के प्रदूषण या दूषित हवा में सांस ना ले।

10-किसी प्रकार के केमिकल, धूल, धुएं में सांस ना लें। यदि आप में फेफड़ों के कैंसर का अधिक खतरा है, तो डॉक्टर से इस बारे में बात करें और जांच करवाएं।


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