मलेरिया के कारण, लक्षण और बचाव । Malaria in Hindi ! What is Malaria
मलेरिया क्या होता है?
What is malaria?
मलेरिया एक ऐसा रोग है जिसमें रोगी को सर्दी और सिर दर्द के साथ बार बार बुखार आता है। इसमें बुखार कभी कम हो जाता है तो कभी दोबारा आ जाता है। गंभीर मामलों में रोगी कोमा में चला जाता है या उसकी मृत्यु तक हो जाती है। मलेरिया प्लाज्मोडियम नामक परजीवी के कारण होता है। मलेरिया मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से शुरू होता है जो इस परजीवी को शरीर में छोड़ता है। भारत में यह रोग पूरे वर्ष रहता है हालांकि मच्छर प्रजनन के कारण बारिश के दौरान और बारिश के बाद यह रोग अधिक लोगों को होता है।
मलेरिया के कारण-
Malaria Causes-
मलेरिया एक प्रकार के परजीवी के कारण होता है। जिसे प्लाज्मोडियम कहा जाता है। प्लाज्मोडियम परजीवी कई अलग-अलग प्रकार के होते हैं। लेकिन पांच ऐसे प्लाज्मोडियम पर जीवी भी हैं। जिनके कारण हमारा शरीर में मलेरिया फैलता है।
मलेरिया कैसे फैलता है?
यदि आप मलेरिया से संक्रमित हैं और आपको एनाफिलीज मच्छर काटता है। तो उस मच्छर में मलेरिया के परजीवी चले जाते हैं। यदि वह मच्छर मलेरिया से पीड़ित व्यक्ति को काटने के बाद तुरंत किसी दूसरे को काटता है तो वह मलेरिया परजीवी का संचरण उसके शरीर में हो जाता है। फिर कोई मच्छर जब उस संक्रमित व्यक्ति को काटता है तो वह मच्छर मलेरिया के परजीवी से संक्रमित हो जाता है और यह रोग इस मच्छर के किसी दूसरे व्यक्ति को काटने पर फैल सकता है।
चौकी मलेरिया के परजीवी लाल रक्त कोशिकाओं को प्रभावित करते हैं इसलिए लोग इनफेक्टेड रक्त के संपर्क में आकर मलेरिया से पीड़ित हो सकते हैं जैसे:-
1-माता से अजन्मे बच्चे को मलेरिया हो सकता है।
2-संक्रमित रक्त चढ़ाने से मलेरिया हो सकता है।
3-संक्रमित व्यक्ति को दिए गए इंजेक्शन से दूसरे व्यक्ति को इंजेक्शन करने से मलेरिया हो सकता है।
मलेरिया के लक्षण:-
Malaria symptoms :
महिला के लक्षण कब शुरू होते हैं? मलेरिया के लक्षण संक्रमित मच्छरों के काटने के 7 दिनों बाद से विकसित हो सकते हैं। आमतौर पर आपको किस परजीवी ने काटा है। उसके आधार पर संक्रमण होने से लक्षण शुरू होने के बीच का समय 7 से 18 दिन होता है । हालांकि कुछ मामलों में लक्षण को विकसित होने में 1 साल भी लग सकता है। मलेरिया के प्रारंभिक लक्षण फ्लू की तरह है और इसमें शामिल है:-
1-शरीर का तापमान बढ़ना
2-सिर दर्द
3-पसीना आना
4-ठंड लगना
5-उल्टी होना
यह लक्षण अक्सर हल्के होते हैं और कभी-कभी इन्हें मलेरिया के रूप में पहचानना मुश्किल हो सकता है। कुछ प्रकार के मलेरिया में बुखार 48 घंटे के चक्र में होता है। इन चक्रों के दौरान आपको कपकपी के साथ पहले ठंड लगती है, फिर पसीना और थकान के साथ आप को बुखार आता है। यह लक्षण आमतौर पर 6 से 12 घंटे के बीच रहते हैं।
मलेरिया से बचाव-
Prevention of malaria :
मलेरिया को होने से रोकने का सबसे अच्छा तरीका है मच्छरों को पनपने और काटने से रोकना।
मलेरिया से बचाव के अन्य उपाय इस प्रकार हैं-
1-जितना संभव हो उतना ही घर के अंदर रहे विशेष रूप से रात के समय जब मच्छर अधिक सक्रिय होते हैं।
2-मच्छरदानी का उपयोग करें।
3-ऐसे कपड़े पहने जो आपके शरीर के अधिकांश भाग को ढक सकें।
4-डीईईट या पिकारिदिन से बचाने वाली क्रीम का उपयोग करें यह त्वचा पर सीधे लगाई जाती है।
5-वर्तमान में मलेरिया से सुरक्षा प्रदान कराने वाले कोई भी वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। इसलिए आपको रोग होने की संभावना को कम करने के लिए एंटीमलेरियल दवा देनी चाहिए।