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मांसपेशियों में दर्द के कारण, लक्षण और बचाव। Muscles pain in Hindi, what is muscles pain

 

मांसपेशियों में दर्द क्या है?

What is Muscle Pain ?


मांसपेशियों के दर्द को मायलजिया (Myalgia) भी कहा जाता है। यह दर्द बहुत आम होता है, जो शरीर के किसी ना किसी हिस्से की मांसपेशी में होता ही जाता है। इस दर्द को लगभग हर किसी ने कभी ना कभी महसूस किया होता है।

आम तौर पर मांसपेशियों का दर्द अपने कुछ सीमित समय के बाद अपने आप गायब हो जाता है, लेकिन कई बार यह लंबे समय तक किसी मांसपेशी में ठहर जाता है। जिसके जाने में महीने तक लग जाते हैं।

हमारे शरीर के लगभग हर हिस्से में मांसपेशियों के ऊतक होते हैं, इसलिए यह शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। खासतौर पर यह गर्दन, टांगे, पीठ, और हाथ जैसे शरीर के हिस्सों में इसके दर्द को अनुभव किया जा सकता है।



मांसपेशियों में दर्द के कारण – Myalgia Causes:


मांसपेशी में दर्द होने के मुख्य कारण चिंता, तनाव, किसी गतिविधि को ज्यादा करना या चोट लगना आदि होते हैं। इस प्रकार के दर्द आमतौर पर शरीर के किसी छोटे से हिस्से या कुछ मांसपेशियों के समूह को प्रभावित करते हैं।

सिस्टेमिक (systemic) दर्द जिसमें पूरे शरीर में दर्द होने लग जाता है जो मुख्य रूप के संक्रमण, बीमारी या किसी दवाई के दुष्प्रभाव के कारण होता है। इसके कारणों में निम्न मौजूद हैं जैसेक्रोनिक एक्सर्शनल कम्पार्टमेंट सिंड्रोम (Chronic exertional compartment syndrome)

क्रोनिक फेटीग (fatigue) सिंड्रोम (Chronic fatigue syndrome )

क्लोडिकेश्न (एक ऐसी स्थिति जिसमें टांग में एंठन के जैसा दर्द होने लगता है, जो आमतौर पर व्यायाम के कारण होता है)

डर्मेटोमायसाइटिस (त्वचा और अंदरूनी मांसपेशियों में सूजन)

फाइब्रोमायलज्यिया (मांसपेशियों और नरम ऊतकों को प्रभावित करने वाला गंभीर दर्द)

हाइपोथायरायडिज्म (थॉयरयड ग्रंथि मे होने वाली एक गंभीर बीमारी)

इंफ्लुएंजा (फ्लू)

ल्यूपस के लिए ली जाने वाले दवाईयां (विशेष रूप से कोलेस्ट्रोल की दवाइयां जिनको स्टैटिन (statins) के रूप में जाना जाता है।)

मांसपेशियों में खिंचाव

पोलिमायल्जिया रयूमेटिक (सूजन के कारण मांसपेशियों में दर्द और कठोरता)


मांसपेशियों में दर्द के लक्षण – Myalgia Symptoms:


मांसपेशियों का दर्द शरीर की किसी भी मांसपेशी में उत्पन्न हो सकता है। चिकित्सा के संदर्भ में डॉक्टर इसे मायलजिया कहते हैं। मांसपेशियों के दर्द के कई कारण हो सकते हैं, जैसे –

शरीर के अत्यधिक आराम करने से शरीर का अकड़ जाना

किसी प्रकार की चोट

नरम ऊतकों में संक्रमण

शरीर में कहीं पर सूजन आना

शरीर में सामान्यकृत दर्द कई कारण से हो सकता है, जैसे इंफ्लूएंजा।

मांसपेशियों का दर्द एक मांसपेशी के समूह तक भी सिमित रह सकता है और अन्य मांसपेशियों के समूह में फैल भी सकता है। जब शरीर द्वारा उस मांसपेशी को बार-बार काम में लाए जाने के कारण या किसी चोट के कारण दर्द होता है। वह दर्द आमतौर पर फैलता नहीं है सिर्फ प्रभावित मांसपेशियों तक ही सिमित रहता है।

मांसपेशियों का दर्द हल्का या गंभीर और दुर्बल कर देने वाला हो सकता है- यह सिर्फ उसके होने के कारण पर निर्भर करता है। मांसपेशियों में दर्द होना फाइब्रोमायल्जिया जैसी गंभीर समस्याओं की पहचान हो सकती है। मांसपेशियों के दर्द से संबंधित लक्षण जैसे मांसपेशियों का नरम होना, सूजन आना, त्वचा में लाली आना या बुखार आदि।


मांसपेशियों में दर्द से बचाव – Relief from muscle pain

अगर शारीरिक गतिविधि और शारीरिक खिंचाव के कारण उनमें दर्द हो जाता है तो भविष्य में मांसपेशियों के रोग होने की संभावना को कम करने के लिए ये टिप्स अपनानी चाहिए –

किसी भी शारीरिक गतिविधि को शुरू या व्यायाम करने से पहले अपनी मांसपेशियों को अच्छे से स्ट्रेच कर लें।

व्यायाम करने से पहले शरीर को थोड़ा वार्मअप दें, मतलब धीरे-धीरे शुरू करें। ऐसे ही व्यायाम पूरा होने के बाद उसको एक दम ना छोड़ें धीरे-धीरे गतिविधियों को कम करें।

जब आप गतिशील हों तो उस दौरान खूब पानी पीएं और खुद को हाइड्रेटेड रखें।

शारीरिक मांसपेशियों को स्वस्थ रखने के लिए दिनचर्या में नियमित व्यायाम शामिल करें।

कंप्यूटर या डेस्क पर काम करने वाले व्यक्तियों को रोज सुबह उठकर खुले वातारवरण में अपने मांसपेशियों को स्ट्रेच करना चाहिए। 

मांसपेशियों में दर्द का कारण शारीरिक गतिविधि और खिंचाव के अलावा कुछ अलग भी हो सकता है, ऐसी स्थिति में डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए उसके मांसपेशियों के दर्द को पूरी तरह से ठीक करने का तरीका मिल सकता है। मरीज के मुख्य दर्द के अनुसार उसके इलाज को प्राथमिकता दी जाएगी।


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