नाभि में इन्फेक्शन के कारण, लक्षण और बचाव । What is Belly Button Infection ! Belly Button Infection in hindi
What is Belly Button Infection ?
नाभि में इंफेक्शन क्या है?
हमारे शरीर में नाभि कई प्रकार के रोगाणुओं के विकसित होने के लिए एक अनुकूल जगह होती है। धूल, बैक्टीरिया, फंगस और अन्य कई प्रकार के रोगाणु नाभि के अंदर फंस जाते हैं और अपनी संख्या को बढ़ाने लग जाते हैं। इसके कारण संक्रमण फैल सकता है। जिन लोगों की हाल ही में कोई पेट का ऑपरेशन हुआ है उनको नाभि में इन्फेक्शन होने के जोखिम अधिक होते हैं। कुछ ऐसी स्थितियां जो अक्सर शिशु व बच्चों को होती हैं जैसे थ्रश और एथलीट्स फुट आदि ये संक्रमण नाभि में फैल सकते हैं।
संक्रमण के चलते आपकी नाभि से सफेद, पीला, ब्राउन या खून जैसा द्रव निकल सकता है और इस द्रव से अजीब सी बदबू भी आ सकती है। डॉक्टर इस स्थिति की जांच आपके लक्षणों और शारीरिक परीक्षण के आधार पर करते हैं। नाभि में इन्फेक्शन और उसके कारण होने वाले नाभि के डिसचार्ज से बचने का सबसे बेहतर तरीका उसकी देखभाल करना ही होता है।
नाभि में इन्फेक्शन के कारण Belly Button Infection Causes :
आपकी नाभि गहरी और नम होती है और मुख्य रूप से इसमें कई छोटी-छोटी दरारें होती हैं जिस कारण से इसे साफ करना काफी मुश्किल होता है। इसलिए पसीना, साबुन, बैक्टीरिया और अन्य रोगाणु इसमें आसानी से जमा हो जाते हैं और नाभि के अंदर और आसपास की त्वचा को संक्रमित करने लगते हैं।
नाभि में द्रव पैदा करने वाले कारणों में संक्रमण, सर्जरी और सिस्ट (Cysts) आदि शामिल हैं।
नियमित रूप से छूना – नाभि को बार-बार छूने से भी इसमें इन्फेक्शन होने के जोखिम बढ़ जाते हैं। क्योंकि हमेशा हाथ स्वच्छ नहीं होते और बार-बार नाभि छूने से नाभि में बैक्टीरिया या फंगस जमा करने का खतरा बढ़ जाता है। नाभि में नम व गर्म वातावरण होने के कारण सूक्ष्मजीव तेजी से विकसित हो सकते हैं और संक्रमण फैला सकते है।
स्वच्छता में कमी – खराब स्वच्छता नाभि में इन्फेक्शन का मुख्य कारण है। रोजाना ना नहाने से सूक्ष्मजीव आसानी से नाभि में जमा होने लगते हैं जिससे नाभि में इन्फेक्शन होने लगता है। अशुद्ध पानी के साथ नहाना भी नाभि में इन्फेक्शन होने के जोखिम को बढ़ा देता है। हालांकि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि नहाते समय नाभि को साफ ना करना और नहाने के बाद नाभि के अंदर जमा साबुन व पानी को ना निकालना भी सूक्ष्मजीवों को बढ़ने में मदद करते हैं।
नाभि में इन्फेक्शन के लक्षण – Belly Button Infection Symptoms :
नाभि में इन्फेक्शन होने पर क्या लक्षण महसूस होने लगते हैं?
नाभि में संक्रमण होने पर लोगों को महसूस होने वाले कुछ सबसे आम लक्षण हैं:
नाभि में लगातार खुजली या झुनझुनी महसूस होना (और पढ़ें – खुजली दूर करने के घरेलू नुस्खे)
नाभि से हल्के हरे, पीले या ब्राउन रंग का मवाद या पस निकलना
नाभि से व उस से निकलने वाले डिसचार्ज (मवाद या द्रव) से बदबू आना
नाभि से खून आना
नाभि व उसके आस-पास के क्षेत्र में दर्द, सूजन और लालिमा होना
त्वचा अत्यधिक गर्म होना
उल्टी आना और चक्कर आना (ये लक्षण सिर्फ गंभीर मामलों ही महसूस होते हैं)।
नाभि में इन्फेक्शन से बचाव – Prevention of Belly Button Infection :
बहुत अधिक सार्वजनिक स्विमिंग पूल का उपयोग ना करें।
अपनी नाभि को रोजाना एक हल्के एंटीबैक्टीरियल साबुन के साथ धोएं। नाभि के अंदर से किसी भी प्रकार की धूल या गंदगी को साफ करने के लिए खीसा (वॉशक्लोथ) या स्पंज का इस्तेमाल करें। नाभि को साफ करने के लिए नमक वाले पानी का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। नहा लेने के बाद नाभि के अंदरुनी हिस्से को अच्छे से सूखा लेना चाहिए।
अधिक टाइट (तंग) कपड़ों को ना पहनें, क्योंकि अधिक तंग कपड़े भी नाभि में परेशानी पैदा कर सकते हैं। इनकी बजाए ढीले और सुविधाजनक कपड़े पहने जो कपास व रेशम जैसे प्राकृतिक रेशों से बने हो।
अधिक से अधिक फल और कच्ची खाई जाने वाली सब्जियों का सेवन करें।
क्रीम, मॉइश्चराइजर और अन्य ओवर द काउंटर एंटिसेप्टिक प्रोडक्ट्स को बिना डॉक्टर के पूछे नाभि के लिए उपयोग नहीं करना चाहिए। क्योंकि तेल व क्रीम नाभि के छिद्रों में जमा हो सकते हैं जिससे रोगाणुओं के विकसित होने के लिए अनुकूलित वातावरण तैयार होता है।
जिन लोगों की हाल ही में पहले किसी प्रकार की पेट संबंधी सर्जरी हुई है उनको अपनी नाभि की देखभाल करनी चाहिए और संक्रमण के किसी भी प्रकार के संकेत व लक्षण के लिए उसपर नजर रखनी चाहिए।