Liatris Spicata Q homoeopathic Medicine symptoms uses and Banefit in hindi
Liatris Spicata Q homoeopathic Medicine symptoms uses and Banefit in hindi.
लियाट्रिस स्पिकाटा
(Liatris Spicata)
डॉक्टर टी.सी डंकन ने एक लेख में लिखा है कि यह दवा जलसंचय, जलोदर और शरीर के विभिन्न अंगों में पानी पड़ जाने में अमृततुल्य है। एक रोगी को यह दवा देने पर दूसरे दिन 115 गेलन (6 सेर) मूत्र आया।
यह बहुत प्रभावशाली मूत्र निसारक, पसीना लाने वाली और वायु निसारक दवा है। कमर दर्द, उदरशूल, सख्त पेट दर्द और पेट फूल जाने में भी यह चमत्कारी गुण प्रकट करती है।
जब यकृत और तिल्ली बढ़ जाने के कारण रोगी के पेट और अंगों में पानी पैदा हो गया हो या वृक्क ठीक काम न करने के कारण जलोदर रोग हो तो यह दवा रामबाण सिद्ध होती है। मात्रा- 5 से 20 बूँदें दिन में 2-3 बार पिलायें।