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Passiflora Q नींद न आना और मानसिक रोगों की रामबाण दवा


Passiflora Q नींद न आना और मानसिक रोगों की रामबाण दवा।


Passiflora Q नींद न आना और मानसिक रोगों की रामबाण दवा


 पैसीफ्लोरा ( Passiflora Q )


यह दवा बढ़े हुए मानसिक और स्नायु भी जोश को कम कर के बड़े-बड़े स्नायु बिक और मानसिक रोगों को दूर कर देती है। जब रोगी को थकावट, मस्तिष्क में रक्त की अधिकता , हाई ब्लड प्रेशर, चिंता, अधिक शारीरिक और मानसिक परिश्रम या किसी भी कारण से नींद न आए या रात को बार-बार आस खुल जाए नींद में परेशानी हो तो इस दवा से गहरी नींद आ जाती है। यह दवा बिल्कुल हानिरहित है और लम्बे समय तक देते रहने पर भी हानि नहीं पहुंचाती। मानसिक तनाव और उत्तेजना को कम करके तुरन्त नींद लाती है और प्रातः उठने पर रोगी अपने शरीर में शक्ति और चुस्ती अनुभव करता है। मस्तिष्क की नाड़ियों की उत्तेजना और जोश को घटाकर यह दवा धनुष्टकार, कम्पन, ऐंठन, पट्टों में झटके लगना, मिर्गी, हाई ब्लड प्रैशर, पागलपन, स्नायुविक दर्दे, सख्त सिरदर्द और मानसिक रोगों को दूर कर देती है।


एक स्त्री को प्रदर न आने के कारण मिर्गी के दौरे पड़ने लगे। इस दवा से प्रदर विकार और मिर्गी दोनों को आराम आ गया। सरसाम में यह दवा रोगी की मानसिक और स्नायुविक बेचैनी को दूर करके कष्टों को कम कर देती है। हाई ब्लड प्रैशर और जोशीले पागलों को यह दवा पिलाते ही उनके कष्ट कम हो जाते हैं। जवान लड़कियों के हिस्टेरिया के दौरे में भी यह दवा बहुत गुणकारी है। दमे के सस्त दौरे में इस दवा को पिलाते ही दौरे के सख्त कष्ट दूर हो जाते हैं। नींद लाने के गुण रखने पर भी यह नशीली नहीं है और लम्बे समय तक प्रयोग कराने पर भी किसी प्रकार की हानि नहीं पहुँचाती। ऐंठन के दौरों और पट्टों के ऐंठन पैदा हो जाने पर इसकी पहली मात्रा से ही आश्चर्यजनक लाभ होता है। घोड़ों में धनुष्टंकार में जिसमें उनके बचने का कोई आशा नहीं रही थी, यह दवा पिलाकर उनको मरने से बचा लिया गया। जिन लोगों को शराब पीने की आदत हो, उन्हें यह दवा पिलाकर शराब की आदत छुड़ाई जा सकती है। बड़े-बड़े शराबियों और अफीम खाने वालों की शराब पीने की आदत इस दवा से छुड़ाई जा चुकी है। बच्चों की ऐंठन, कम्हेड़े, दाँत निकलने के समय बच्चे को नींद न आने और रोने में यह दवा बहुत लाभप्रद है।


बच्चे को यह दवा 5 बूँदें प्रति 15 मिनट के पश्चात् नींद आ जाने तक देते रहें। वयस्क रोगी को 30 से 60 बूँदे प्रति मात्रा दे सकते हैं। कई बार दो चाय के चम्मच प्रति मात्रा दवा पिलानी पड़ती है। मात्रा- 10 से 60 बूँदे प्रति मात्रा पानी में मिलाकर 3-4 बार । रात को सोने से एक घण्टा पहले आधा से एक छोटा चम्मच दवा थोड़े पानी में मिलाकर पिलाने

से गहरी और मीठी नींद आ जाती है।


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