Cynodon Dactylon की जानकारी लाभ और फायदे in hindi
Cynodon Dactylon की जानकारी लाभ और फायदे in hindi.
सिनोडॉन डैक्टीलॉन ( Cynodon Dactylon )
विभिन्न नाम- हि, हरी दूब, नीली दूब बं. नील दूर्वा म. नील दूर्वा सं. धोबीघास गु. तीलीधो के गरिको पं. दूबड़ा ते. गरिकेंग ता. अरुवमपिल्लू अ. उक्ष्व फा. मर्ग अं.
यह सर्वविदित, सर्व परिचित एक प्रकार के घास से प्रस्तुत होता है। स्वभाव से इसका प्रभाव (गुण) शीतल है। वस्ति प्रदाह (Cystitis), सुजाक एवं मूत्रमार्ग के प्रदाह में इससे लाभ होता है। त्वचा के किसी भी प्रकार के रोग में यह लाभदायक है। ताजे कटे घाव से निकलते रक्त को रोकने के लिये रूई को, इसके मदर टिक्चर्ज से तर करके ताजे कटे घाव पर रखें। अतिसार, पित्त, वमन उदर जलोदर अत्यार्तव गर्भपात, उन्माद, अपस्मार एवं रक्तमेह आदि में प्रयोग करने से सफलता मिलती है। आँख आने में मूल अर्क एक भाग और परिश्रुत जल (Distilled Water) 9 भाग में मिलाकर बूँद-बूँद आँख में प्रतिदिन 3-4 बार डालने से लाभ होता है। अर्श में जलन कम करने के लिये मदर टिंक्चर्ज का मरहम तैयार कर लगाने से लाभ होता है। मात्रा- 5 से 15 बूँदें की मात्रा प्रतिदिन 3 बार पानी में मिलाकर दें।