Swertia Chirata Q के फायदे in hindi – Swertia Chirata Mother Tincture Symptoms Uses and Banefit in hindi
Swertia Chirata Q के फायदे in hindi – Swertia Chirata Mother Tincture Symptoms Uses and Banefit in hindi.
जेन्शियाना चिराता, श्वेर्तिया चिराता (Gentiana Chirata or Swertia Chirata Q )
विभिन्न नाम- हि, चिरायता विरेता, बं. चिराता मं. काडे चिराईत गु. करियातुं क. नेलबेण्डु ते. नीलवेमु ता. निलस्वेम्बु फा. नोनिहाद अ. कसवुज्जरीरा अ Chireta (चिरेटा)।
यह प्रायः सब देशों में पाया जाता है। इसके 180 प्रकार हैं। संक्षिप्त में यह पाचक, स्वाद में तिक्त, ज्वर को हरण करने वाला, प्रदाह को शमन करने वाला, पित्त का विरेचन करने वाला एवं कृमिनाशक है। अतः पुराने से पुराने ज्वरों में जब शरीर में दाह (जलन) का अनुभव हो तो इसका सेवन करने से लाभ होता है। जब जीर्ण रोगोपरान्त रोगी को अरुचि का अनुभव हो तो इसका सेवन करायें। पाचनक्रिया में सुधार होगा एवं अग्निवृद्धि होकर भूख की वृद्धि होगी। हिचकी, गर्भवती की मिचली या वमन, मद्यपान करने वालों की वमन आदि में भी इसके मूल अर्क का प्रयोग करने से लाभ होता है। वातरक्त में जहाँ त्वचा फटकर रक्त निकलता हो, त्वचा फटी-फटी हो वहाँ इसे अकले या सहायक औषधि के रूप में प्रयोग करने से लाभ होता है। यकृत विकारों में भी इसे प्रयोग किया जाता है। यह अपच, संग्रहणी और कृमि रोग में भी लाभप्रद है। रक्तशोधक के रूप में भी प्रयोग किया जाता है। अजगल्किका नामक फुसियों में जिसे अंग्रेजी में Impetigo Contagia कहते हैं, यह पूर्ण लाभदायक है। इस रोग में इसे आन्तरिक और शुद्ध नारियल के तेल में (19) मिलाकर बाहरी प्रयोग भी करें। जीर्णज्वर, पाण्डु (कामला) एवं कृशता में भी इस तरह से मिश्रित तेल की मालिश करना विशेष लाभदायक है। मात्रा- 5 से 15 बूँदें प्रतिदिन 3-4 बार पानी में मिलाकर दें।