GynocordiaQ Or Chaulmoogra Q की जानकारी लाभ और फायदे in hindi

 

GynocordiaQ Or Chaulmoogra Q की जानकारी लाभ और फायदे in hindi.


GynocordiaQ Or Chaulmoogra Q की जानकारी लाभ और फायदे in hindi


गायनोकॉर्डिया, चालमोंगरा

( GynocordiaQ Or Chaulmoogra Q )


हिन्दी और अंग्रेजी में इसे चालमोगरा नाम से जाना जाता है। चालमोंगरा (Chaulmoogra) के बीज से जो तेल निकाला जाता है। उसे ‘बालमागरा का तेल कहा जाता है। इसका मूल अर्क (मदर टिक्चर्ज) अनेक प्रकार के चर्म रोगों में उपयोगी है। यहाँ तक कि कुष्ठ (कोट) में भी यह पूर्ण सफलता के साथ प्रयोग किया जाता है। चम्बल, एक्जिमा, उपदंश आदि को दूर करने में भी लाभप्रद है। कुष्ठ में कम से कम 6-9 मास तक सेवन करना पड़ता है। प्रारम्भ में 5 बूंद पानी में मिलाकर भोजन के बाद प्रतिदिन 3 बार दें। प्रत्येक सप्ताह औषधि की कुछ बूँदें बढाते हुए धीरे धीरे 20 बूँदे प्रति मात्रा दे। चर्म रोगों के आंतरिक सेवन के साथ-साथ बाहरी प्रयोग भी करें। 


  बाहरी प्रयोग के लिये इसे नीम के तेल या ओलिव ऑयल के साथ (1 9) के अनुपात में मिलाकर लगायें। इससे शीघ्र लाभ होता है। इस औषधि के सेवन काल में उत्तेजक पदार्थ या गर्म पदार्थ नहीं खाना चाहिये। गर्म मसाले मछली, गाँस एवं मद्य को त्याज्य समझे। सात्विक एवं पौष्टिक आहार अनुकूल है। घी मक्खन, मलाई आदि अपने पाचनशक्ति के अनुसार अवश्य खायें।


 मात्रा- औषधि वर्णन के साथ-साथ निर्देशित मात्रा को मक्खन या मलाई में मिलाकर प्रतिदिन 3 मात्रायें दें।


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