Ocimum. Grat. Mother Tincture Q के फायदे in hindi
Ocimum. Grat. Mother Tincture Q के फायदे in hindi.
ओसिमम ग्रैट ( Ocimum. Grat. Q )
विभिन्न नाम-हि. तुलसी व तुलसी, गु तुलसी ते गगेर चेट्टु, म तुलस, ता. तुलशी, क. एरेड तुलसी अं. Holy Basil (होली बेसिल)।
वस्तुतः यह तुलसी की जातियाँ (Species) ही हैं जिनमें से एक जाति का पत्ता हरापन सफेदी लिये होता है। वह सफेद तुलसी (Olimum Sanclum) के नाम से जानी जाती है। इस जाति का वर्णन तुलसी शीर्षक के अन्दर हो चुका है। यहाँ उसके सम्बन्ध में चर्चा नहीं की जायेगी। यहाँ उससे भिन्न अन्य जाति को तुलसी, जिसे राम तुलसी
(Ocimem gratissimum) कहते हैं उसी की चर्चा मात्र होगी। इसका मूल अर्क कफनि सारक, शीतहर प्रतिदूषक एव कीडों (रोगाणु) को नष्ट करने में सक्षम है। यह स्वभाव से उष्ण, वातदोषादि को नष्ट करने वाला, पसीना लाकर ताप को शमन करने वाला अग्नि (जठराग्नि) को प्रदीप्त करने वाला, कृमि नाशक, दुर्गन्धनाशक एवं स्वास्थ्यवर्धक गुणों से युक्त है। है
इसका प्रयोग अधिकतर श्वास (दमा) खासी पार्श्वशूल (Lateral Pain), विषम ज्वर बच्चों के यकृत दोष यकृत की वृद्धि, विष विकार एवं पाचन संस्थान के रोगों में होता है। इन रोगों में इसे अन्य औषधियों के साथ एवं स्वन्तंत्र रूप से (अकेले) भी सेवन कराकर लाभ उठाया जा सकता है। इसके सेवन से मूत्रकृच्छ्रता की शिकायत दूर होकर मूत्र खुलकर आता है। इसके मूल अर्क एक भाग, ग्लोसरीन 9 भाग में मिलाकर कर्णशूल में बूँद-बूँद प्रतिदिन 3-4 बार डालने से कर्णशूल में लाभ होता है। जो घाव ठीक नहीं हो रहा हो उसे इसके जलीय घोल से प्रतिदिन धोकर पट्टी बाँध दें, घाव ठीक हो जायेगा। इसे स्वप्नदोष, वीर्यदोष, प्रमेह आदि में भी पूर्ण विश्वास के साथ दिया जाता है। कीटादि देश में मूल अर्क रुई में लगायें।
मात्रा- 5 से 10 बूँदें प्रतिदिन 2-3 बार थोड़े पानी में मिलाकर या बताशे पर डालकर दें। ऊपर से पानी पिला दें।