Oldenanldia Corymbosa Mother Tincture Q की जानकारी लाभ और फायदे in hindi
Oldenanldia Corymbosa Mother Tincture Q की जानकारी लाभ और फायदे in hindi.
ओल्डेन्लेण्डिया या कोरिम्बोसा (Oldenanldia Corymbosa Q )
विभिन्न नाम-सं क्षेत्रपर्पट हि दमन पापड़ा ब. श्वेतपापड़ा, म परिपाठ, गु. परपट, ता पर्पदागम ते वेरिनेल्लावेमु गोआ पोपटी
यह प्राय देश के सभी भागों में लगभग 6000 फीट की ऊँचाई तक होता है। इसका मदर टिंक्चर्ज स्वभाव से शीतल ज्वर को दूर में सक्षम दाह का शमन करने वाला, कफ दोषों से मुक्ति दिलाने वाला, शरीर में शक्ति पैदा करने वाला एवं स्तम्भन शक्तिदायक भी है। इसका विशेष प्रयोग ज्वर, यकृतविकार कामला एवं कृमि अथवा कृमिजनित दोषों को नष्ट करने के लिये है। पित्त प्रधान ज्वर नया हो या पुराना इससे अवश्य लाभ होता है। वातजनित ज्वर में लाभप्रद है। अर्ध विसर्गी ज्वर एवं जीर्ण मलेरिया में भी यदि नियमित रूप से सेवन करायी जाये तो आशातीत लाभ होता है। इसे अन्य ज्वरों में भी मूल औषधि के साथ सेवन कराया जाये तो कष्टदायक उपसंगों का शमन हो जाता है क्योंकि यह शारीरिक दाह तृष्णा आमाशयिक प्रक्षोभ भ्रम एवं सुस्ती आदि को दूर करके चमत्कारिक लाभ प्रदर्शित करने में पूर्ण सक्षम है। इसके सेवन से पसीना एवं पेशाब अधिक आता है जिससे शरीर शीघ्र ही दोषों से मुक्ति प्राप्त करता है। रोमान्तिका (खसरा Measles) के लिये यह विशेष औषधि है जब रोग का संक्रमण हो रहा हो तो स्वस्थ व्यक्ति इसकी प्रतिदिन 2 मात्रा सेवन करके आक्रमण से सुरक्षित रह सकता है। यदि आक्रमण हो चुका है तो इसके सेवन से रोग की उग्रता घट जाती है। शीघ्र ही मुक्ति मिल जाती है। अतः इसे रक्षार्थ एवं चिकित्सीय दोनो दृष्टियों से सेवन किया जाता है।
गले एवं श्वासनली की सूजन में भी इसके सेवन से लाभ होता है। कफ ढीला होकर शीघ्र ही निकलने लगता है। श्वास (दमा) के रोगी को भी इसके सेवन से बहुत राहत मिलती है।
मात्रा- 5 से 15 बूँदें प्रतिदिन 3-4 बार।