Cedron 30 Symptoms, Uses and Banefit in hindi
Cedron 30 Symptoms, Uses and Banefit in hindi
सीड्रॉन – Cedron 30
विभिन्न नाम-रेटल स्नेक वीन्स ।
इसका मुख्य लक्षण है– नियमित समय पर रोग का आक्रमण होना। ठीक घड़ी की सूई की भाँति ठीक निश्चित समय पर ही रोग प्रतिदिन होना। रोग क्या है ? इस पर न विचार करके इसका सेवन करें।
अधिकतर कुछ ज्वरों में देखा गया है कि ठीक निश्चित समय पर ही ज्वर आता है या उसके कुछ विशेष उपसर्ग निश्चित समय पर ही बढ़ते हैं। ऐसी स्थिति में रोग मलेरिया ज्वर या काला ज्वर इससे मतलब रखे बिना औषधि प्रयोग करें। अवश्य लाभ होगा। इसी प्रकार अन्य कष्टों के बारे में भी समझें। इसकी एक और विशेषता है-सर्पविषनाशक औषधि के रूप में भी यह ख्याति प्राप्त है। इसका आन्तरिक और बाहरी प्रयोग किया जाता है।
मात्रा – आन्तरिक मात्रा 5 से 20 बूँदें प्रतिदिन 3-4 बार सर्पदंश में 15 से 60 बूँदे तक प्रत्येक 1-2 या 3 घण्टे के अन्तर पर दें। सर्पदंश के स्थान पर चीरा लगाकर, मदर टिंक्चर्ज में रुई भिगोकर रखें। प्रत्येक 15 से 20 मिनट के बाद रुई बदलते रहे।