Aegle Marmelos Symptoms Uses and Banefit in hindi

 

Aegle Marmelos Symptoms Uses and Banefit in hindi.


Aegle Marmelos Symptoms Uses and Banefit in hindi

बेलफल, बेलगिरी (Aegle Marmelos)


बेल के पत्ते (Aegle Folia), बेल के पेड़ की छाल, पके और कच्चे फल दवा में प्रयोग किये जाते हैं।


मात्रा- ताजे पके फल 2 से 4 तोला, खुश्क फल की गिरी 2 से 5 माशा, छाल 6 माशा।।


गुण और प्रयोग यह दवा कब्ज करती, रक्तस्राव को रोकती, आमाशय, अन्तड़ियों हृदय और यकृत को शक्ति देती है। इसका पका हुआ और सूखा फल पुरानी पेचिस में दस्तों और आँव को दूर करता है। आंतों की शोध और घावों में लाभप्रद है। पेचिश में पाखाने में रक्त आने को रोकता है। बच्चों की पेचिश में बहुत लाभप्रद है। बेल का सूखा फल पंसारियों के यहाँ बेलगिरी के नाम से मिल जाता है। इसके पत्ते नजले से पैदा ज्वर, शरीर में पानी पड़ जाना, खूनी बवासीर, दस्त, पुरानी पेचिश कभी कब्ज कभी दस्त, पेट फूल जाना, पेट में वायु और आँव की अधिकता, शाम और रात को गुदा के से जोर की आवश्यकता आँव की अधिकता, शाम और रात को गुदा से जाये की आवाज के साथ बार-बार वायु निकले, पेट और शरीर के विभिन्न अंगों में पानी पड़ जाने और उन पर शोथ आ जाने में सफल औषधि है।


बेलगिरी का टिंक्चर-पुरानी पेचिश, पतले दस्त, पेट में वायु और अफारा, पाखाने में रक्त और ऑव आने की मुख्य दवा है। बच्चों की नई और पुरानी पेचिश में भी बहुत लाभकारी औषधि है।


मात्रा 5 से 20 बूँदें ताजा पानी में मिलाकर दिन में 2-3 बार पिलायें। बेल के पत्तों का टिक्चर पेट और शरीर के विभिन्न अंगों में पानी पड़ जाना, आँखों और शरीर के विभिन्न भागों में सूजन आ जाना, दस्त, कब्ज़ में लाभप्रद है। मात्रा- 5-7 बूँदें टिक्चर ताजा पानी में मिलाकर दिन में 2-3 बार पिलायें या 5-6 टिकियाँ प्रति मात्रा दिन में 4 बार खिलायें।

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