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Pyorrhea ! पायरिया होने के कारण और लक्षण, pyorrhea in Hindi,

     पायरिया क्या है ?What is pyorrhea?


 दांतों में मैल जम जाने से सड़न उत्पन्न हो जाती है सड़न के प्रभाव से मसूड़े कमजोर पड़ जाते हैं और मसूड़ों में सूजन आ जाती है। जब सूजन लंबे समय तक बनी रहती है तो मसूड़ों में पस पड़ जाता है और खून निकलने लगता है। इसे आम भाषा में मसूड़ों की सूजन व पायरिया कहा जाता है। यह रोग दांतो तथा मसूड़ों का सबसे बड़ा दुश्मन है।



      पायरिया होने के कारण:Reasons for pyorrhea:


  • छोटे बच्चे हर समय कुछ न कुछ खाते रहते हैं ऐसे में उनके दांतो की सफाई नहीं हो पाती इसलिए अधिकतर बच्चों के दांत खराब हो जाते हैं।
  • चॉकलेट और आइसक्रीम सबसे अधिक नुकसान पहुंचाते हैं।
  • चॉकलेट के छोटे छोटे कण दातों से चिपक जाते हैं और जब रात को बच्चे दांतो की सफाई किए बगैर सो जाते हैं तो उनके दांतों में चिपके चॉकलेट कण में मौजूद हानिकारक जीवाणुओं के प्रभाव से सड़न पैदा होने लगती है।
  • दांतों की ठीक से सफाई नहीं की जाए तो मसूड़ों से खून के साथ पस भी निकलता है जो पायरिया का रूप है।
  • दांतों की नियमित रूप से रोजाना सफाई न करने से पायरिया हो सकता है।
  • अगर शरीर में विटामिन सी की कमी हो जाए तो मसूड़ों से खून निकलने लगता है।
  • पुरानी कब्ज पायरिया का एक कारण होता है।
  • एसिडिटी के कारण भी पायरिया का रोग हो जाता है।
  • दांतों में कीड़े लगना।
  • जो व्यक्ति मीठे पदार्थ अधिक खाते हैं उन्हें पायरिया का रोग हो जाता है।
  • रात में दूध पीकर या भोजन करके दांतों की सफाई नहीं करने से।
  • अत्यधिक गर्म चाय या कॉफी पीने से पायरिया रोग होता है
  • अत्यधिक कमजोरी भी इस रोग का एक कारण है।
  • मसूड़ों में लगातार सूजन बनी रहे तो यह आगे चलकर मसूड़ों से खून व पस निकलने लगता है।
  • भोजन में विटामिन बी कॉन्प्लेक्स की कमी हो जाने से।
  • मसूड़ों पर चोट व खरोच लग लग जाने से पायरिया हो जाता है।
  • अगर कोई गर्म पदार्थ पीता है उसके तुरंत बाद ठंडा पानी पी लेता है तो पायरिया रोग होने की संभावना बनी रहती है।
  • रात दिन फ्रिज आदि का ठंडा पानी पीने से।
  • बर्फ के टुकड़े खाते रहने से पायरिया हो सकता है।


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         आधुनिक चिकित्सा  विज्ञान इस रोग का प्रमुख कारण बैक्टीरिया को माानते हैं। मुंह की सफाई न करने से मुंह में बैक्टीरियाा हो जातेे हैं दूषित पदार्थों का सेवन करने से बैक्टीरिया का आक्रमण दांतों और मसूड़ों पर होता है।


पायरिया के लक्षण :Symptoms of pyorrhea:


  • रोगी के मुंह से बदबू आती है।
  • मसूड़े पर सूजन आ जाती है।
  • मसूड़ों को दबाने से दर्द होता है।
  • दांत काले पीले हो जाते हैं।
  • मसूड़ों से ठीक सटे दांतो के निचले भाग पर मेल की एक कड़ी परत जम जाती है।
  • मसूड़ों से खून आता है।
  • खून के साथ मसूड़ों से पास भी आता है।
  • मसूड़े ढीले पड़ जाते हैं।
  • दांतो की पकड़ कमजोर हो जाती है और दांत हिलने लगते हैं।
  • रोगी बुखार तथा जोड़ों के दर्द की शिकायत करता है और जोड़ों में सूजन भी आ जाती है।
  • रोग पुराना हो जाने पर रोगी के दांत खोखले वे टूटे-फूटे से दिखाई देने लगते हैं।
  • रोगी का मुंह हर समय चिपचिपा सा बना रहता है।
  • मुंह का स्वाद भी खराब हो जाता है रोगी हमेशा मसूड़ों और दांतों को लेकर दुखी रहता है।


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 पायरिया से बचाव के उपाय:


  • सुबह और रात को सोने से पहले दांतो की सफाई अवश्य करनी चाहिए।
  • भोजन के बाद उंगली से रगड़ कर दांतो को सफाई कर लेना चाहिए।
  • गरम कॉफी व चाय नहीं पीनी चाहिए।
  • कोई भी गर्म पदार्थ पीने के बाद तुरंत ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए।
  • दांतो को अधिक कुरेदना नहीं चाहिए।
  • रात को सोते समय कोई भी चीज नहीं खानी चाहिए।

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