Viral fever ! वायरल फीवर के कारण और लक्षण, वायरल फीवर की पूरी जानकारी, वायरल फीवर क्या है,
वायरल बुखार क्या है ? What is viral fever?
वायरल फीवर एक प्रकार के बहुत ही सूक्ष्म वायरस के कारण होता है। वायरल फीवर में अचानक तेज बुखार आता है और बुखार के साथ रोगी को ठंड ओर सिर में दर्द रहता है। हाथ, पैर तथा शरीर में दर्द व बेचैनी की शिकायत बनी रहती है। रोगी को अत्यधिक कमजोरी आ जाती है। जुखाम, खांसी, आंखों में जलन, भारीपन आदि लक्षण रोगी को परेशान करते हैं।
वायरल बुखार के कारण :
यह बुखार एक प्रकार के बहुत ही सूक्ष्म वायरस के कारण होता है। जब रोगी खांसता या छींकता है तो वायरस वायु द्वारा पास में मौजूद व्यक्तियों के सांस के माध्यम से कोशिकाओं में पहुंचकर अपनी संख्या में वृद्धि करके रोगी में विभिन्न लक्षण पैदा कर देता है। जिन व्यक्तियों मैं प्रतिरोधक क्षमता कम है, उन्हें वायरल बुखार बहुत ही जल्द अपनी चपेट में ले लेता है। जिन व्यक्ति को ह्रदय, फेफड़े अथवा, गुर्दों की पुरानी बीमारी हो उन्हें वायरल बुखार बहुत जल्द होता है। वायरल फीवर नर्वस सिस्टम पर असर डालता है। जिसके कारण रोगी को घबराहट बेचैनी की शिकायत अक्सर बनी रहती है।
वायरल बुखार के लक्षण – symptoms of viral fever.
रोगी को अचानक तेज बुखार चढ़ता है। शरीर का तापमान 105 से 106 डिग्री फॉरेनहाइट तक भी हो सकता है। बुखार के अलावा रोगी को सिर दर्द की शिकायत रहती है। रोगी को हाथ, पैरों और शरीर में दर्द की शिकायत रहती है। रोगी अक्सर बेचैनी अनुभव करता है। कुछ रोगियों के गले में खराश, जुकाम, खांसी, आंखों में जलन आदि लक्षण देखने को मिलते हैं। वायरल फीवर के कारण रोगी को अत्यधिक कमजोरी की शिकायत रहती है। पेट की म्यूकस झिल्ली में वायरस के संक्रमण से सूजन आ जाती है। कुछ रोगियों में पेट दर्द की भी शिकायत रहती है। रोगी की भूख कम हो जाती है जिस कारण रोगी का किसी काम में मन नहीं लगता।
सामान्य लक्षण :
रोगी को तेज बुखार आता है।
शरीर का तापमान 105 से 106 डिग्री फॉरेनहाइट तक रहता है।
वायरल फीवर में रोगी को अत्यधिक सिर दर्द होता है और सिर में भारीपन रहता है।
रोगी के हाथ पैरों में बेचैनी रहती है।
शरीर में दर्द की शिकायत रहती है।
कुछ रोगियों के गले में खराश, जुकाम, खांसी, आंखों में जलन आदि शिकायत होती है।
रोगी की भूख कम हो जाती है और रोगी को उल्टी आती है।
कुछ रोगियों के पेट में दर्द रहता है।
बुखार उतर जाने के बाद भी कुछ रोगियों में कमजोरी बनी रहती है।
जटिल लक्षण :
रोगी के फेफड़ों में सूजन आ जाती है।
वायरल फीवर के कारण रोगी के हृदय की मांसपेशियों पर भी सूजन आ जाती है।
दिमागी बुखार होने की संभावना अधिक बढ़ जाती है।
पेट की म्यूकस झिल्ली पर सूजन आ जाने के कारण रोगी को बहुत तेज दर्द होता है उल्टी आती है और भूख कम हो जाती है।
हृदय के आवरण पर सूजन आ जाती है।
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वायरल फीवर कभी-कभी जटिल होकर गंभीर रूप धारण कर सकता है। इस रोग की मुख्य जटिलता निमोनिया है, जिसमें रोगी के फेफड़ों में सूजन हो जाती है, ऐसे रोगी का बुखार या तो उतरता नहीं अथवा उतरने के बाद दोबारा चढ जाता है। ऐसे में रोगी को खांसी छाती में दर्द और सांस लेने में तकलीफ होती है। वायरल फीवर के कारण कुछ रोगियों में जीभ तथा नाखून नीले पड़ जाते हैं जो एक गंभीर संकेत है। रोगी को सिर दर्द, उल्टी और चक्कर आने की शिकायत अक्सर बनी रहती है।